सांस्कृतिक उत्सव “उमंग 2081” का आयोजन 6 अप्रैल से

 सांस्कृतिक उत्सव “उमंग 2081” का आयोजन 6 अप्रैल से

भारत नवनिर्माण ट्रस्ट  के अध्यक्ष नरेश गुप्ता ने बताया कि 18 वर्षो की भांति इस वर्ष भी भारतीय नववर्ष संवत 2081 के शुभारम्भ के अवसर पर भारत नवनिर्माण ट्रस्ट के अन्तर्गत, भारतीय पर्व आयोजन समिति के तत्वावधान में सांस्कृतिक उत्सव “उमंग 2081” का आयोजन 6 अप्रेल से 8 अप्रेल 2024 तक क्लब हाउस, सिल्वर सिटी 2 सोसाइटी में आयोजित किया जा रहा है जिसमे स्कूली बच्चों की भारतीय खेलों की विभिन्न प्रतियोगिताओं के साथ साथ विभिन्न सांस्क्रतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जायेंगे I

आपको बता दें कार्यक्रम में मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के आदर्श और हनुमान जी की श्री राम के प्रति अगाध भक्ति और समर्पण की गाथा को हनुमन्त कथा के रूप में ग्रेटर नोएडा के जनमानस के बीच रख उनमें धार्मिक और सांस्कृतिक संचेतना का कार्य कथा व्यास श्री अरविन्द भाई ओझा जी की व्यास पीठ के द्वारा होगा I

कार्यक्रम के सह संयोजक सौरभ बंसल ने बताया कि हिन्दू नववर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा, पहले नवदुर्गों से प्रारम्भ होता है और यह पूर्णतः वैज्ञानिक, शास्त्र सम्मत और प्रकृति के अनुकूल है |कहा जाता है कि आज ही के दिन भगवान ब्रह्मा ने सृष्टि का निर्माण किया था। लगभग 57 ईसा पूर्व, प्रसिद्ध सम्राट विक्रमादित्य ने शकों पर अपनी जीत के उपलक्ष्य में इस कैलेंडर प्रणाली की स्थापना की थी। तब से, विक्रम संवत कैलेंडर को हिंदू नववर्ष सहित महत्वपूर्ण हिंदू त्योहारों की गणना से जटिल रूप से जोड़ा गया है। मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम का राज्याभिषेक भी इसी दिन हुआ था, स्वामी दयानंद सरस्वती जी द्वारा आर्य समाज की स्थापना भी इसी दिन की गयी थी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक पूज्य डॉ श्री केशव बलिराम् हेडगेवार जी की जन्म तिथि भी इसी दिन होती है |

इस अवसर पर नववर्ष का स्वागत केवल मानव ही नहीं पूरी प्रकृति कर रही होती है। ॠतुराज वसंत प्रकृति को अपने आगोश में ले चुके होते हैं, पेड़ों की टहनियां नई पत्तियों के साथ इठला रही होती हैं, पौधे फूलों से लदे इतरा रहे होते हैं। खेत सरसों के पीले फूलों की चादर से ढंके होते हैं। नवजीवन का प्रारंभ मधुमास के रूप में प्रकृति नया श्रृंगार करती है। मिडिया से बातचीत में बताया कि 6 अप्रेल को विभिन्न प्रतियोगिताएं – इंद्रधनुष, रंगोली, मिले सुर मेरा तुम्हारा, एकल व समूह नृत्य एवं प्रोजेक्ट प्रदर्शन आयोजित की जायेंगीं | 7 अप्रेल को मेहंदी एवं चित्रकला प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगीं | और 7 व 8 अप्रेल को सायं 4 से 7 बजे तक कथा व्यास श्री अरविन्द भाई ओझा द्वारा हनुमंत कथा के रूप में हनुमान जी के चरित्र और उनकी श्री राम में अगाध भक्ति का वर्णन किया जायेगा |

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