सिंघु बॉर्डर पर एक आंदोलनकारी किसान की मौत, दिल्ली से लौट रहे दो किसानों की भी गई जान

 सिंघु बॉर्डर पर एक आंदोलनकारी किसान की मौत, दिल्ली से लौट रहे दो किसानों की भी गई जान

कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के कारण अभी तक कई किसान अपनी जान गंवा चुके हैं. सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे एक किसान की मंगलवार को मौत हो गई. इससे पहले सोमवार की देर रात को पटियाला जिले के सफेद गांव में एक सड़क हादसा हो गया, जिसमें दिल्ली से धरना देकर लौट रहे दो किसानों की मौत हो गई. 

इस हादसे में कई किसान घायल भी हो गए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जान गंवाने वाले दोनों किसानों का नाम लाभ सिंह और गुरप्रीत सिंह है. गुरुप्रीत सिंह की उम्र 23 साल है और वह अपने घर में अकेला कमाने वाला था. बताया जा रहा है कि किसान दिल्ली में धरना देकर ट्रैक्टर-ट्रॉली से वापस घर लौट रहे थे, तभी उनकी टक्कर ट्रक से हो गई.

सिंघु बॉर्डर पर बुजुर्ग किसान की मौत
तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े किसानों का आंदोलन जारी है. इस बीच सिंघु बॉर्डर के उषा टॉवर के सामने एक किसान की मौत हो गई. मृतक किसान की पहचान गुरमीत निवासी मोहाली (उम्र 70 साल) के रूप में हुई है. हादसे की सूचना मिलने के बाद कुंडली थाना पुलिस मौके पर पहुंची.

सोनीपत के सिंघु बॉर्डर पर अब तक चार किसानों की मौत हो चुकी है. पुलिस ने गुरमीत के शव को क़ब्ज़े में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल सोनीपत भिजवाया है. इसके साथ ही मामले की जांच की जा रही है.

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