डिजिटल कृषि: कृषि में राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस योजना (NeGPA)

 डिजिटल कृषि: कृषि में राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस योजना (NeGPA)

कृषि में राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस योजना (National e-Governance Plan in Agriculture-NeGPA) एक केंद्र प्रायोजित योजना है। यह योजना शुरू में 2010-11 में 7 राज्यों में शुरू की गई थी। हाल ही में, इस योजना को 31 मार्च, 2021 तक बढ़ाया गया था।

  • सूचना और संचार प्रौद्योगिकी का उपयोग करके भारत में तेजी से विकास को प्राप्त करने के उद्देश्य से यह योजना शुरू की गई थी।
  • यह किसानों को कृषि संबंधी सूचनाओं को समय पर पहुंचाने में मदद करती है।
  • वर्ष 2014-15 में, सभी शेष राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों को कवर करने के लिए योजना का विस्तार किया गया।

योजना का चरण- II

इस चरण के तहत, राज्यों को निम्नलिखित गतिविधियों के लिए धनराशि जारी की गई थी :

  1. हार्डवेयर स्थापित करने के लिए कार्यालयों की साइट तैयार करना
  2. कंप्यूटर प्रशिक्षण प्रयोगशालाओं की स्थापना
  3. सिस्टम सॉफ्टवेयर की खरीद, स्थापना और लेखांकन।
  4. बिजली व्यवस्था को बैक-अप।
  5. राज्य परियोजना प्रबंधन इकाई (SPMU) की स्थापना
  6. अनुबंध के आधार पर जनशक्ति की तैनाती

योजना के तहत  हालिया घटनाएँ

  • कृषि क्षेत्र में आधुनिक सूचना प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने के लिए 2020-2021 में NeGPA दिशानिर्देशों में संशोधन किया गया था।
  • इसके अलावा, किसानों से संबंधित आंकड़ों तक पहुँचने में एक परिवर्तन लाने के लिए यूनिफाइड फार्मर्स सर्विस प्लेटफ़ॉर्म (UFSP) जैसी पहल शुरू की गई।

एकीकृत किसान सेवा मंच (Unified Farmer Service Platform UFSP)

UFSP कोर इन्फ्रास्ट्रक्चर, एप्लीकेशन, टूल और डाटा का संयोजन है। यह प्लेटफार्म कृषि क्षेत्र में विभिन्न सार्वजनिक और निजी आईटी प्रणालियों के निर्बाध अंतर-संचालन में मदद करता है।

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