किशोरियों के स्वास्थ्य एवं स्वच्छता पर परिचर्चा आयोजित

 किशोरियों के स्वास्थ्य एवं स्वच्छता पर परिचर्चा आयोजित


छात्राओं का शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ रहना जरूरी
दरभंगा 26 अक्टूबर। महिला क्लब दरभंगा ने शनिवार को सारा मोहनपुर स्थित डीएवी पब्लिक स्कूल में किशोरियों के स्वास्थ्य एवं स्वच्छता पर एक परिचर्चा का आयोजन किया और जिसमें शहर की कई नामी गरामी चिकित्सकों ने छात्राओं को युवावस्था में होने वाले शारीरिक परिवर्तन के साथ-साथ स्वच्छता एवं पढ़ाई के प्रति एकाग्रचित होने के विभिन्न मंत्र बताएं।

महिला क्लब की अध्यक्षा व दरभंगा की जानी मानी स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. पुष्पा झा ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि किशोरावस्था एक महत्वपूर्ण चरण है जहां आपके शरीर और दिमाग में भी कई परिवर्तन होते हैं ऐसी स्थिति में अपने शरीर को स्वस्थ और स्वच्छ रखने के लिए आपको नियमित व्यायाम के साथ-साथ संतुलित आहार और पर्याप्त नींद लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि शारीरिक परिवर्तन से होने वाले जिज्ञासाओं को अपने परिवार के लोगों के साथ शेयर करें और जरूरत पड़ने पर चिकित्सकों की सलाह भी जरूर लें।

वरिष्ठ महिला चिकित्सक डॉ. नूतन राय ने कहा कि आज सर्वाइकल कैंसर का कहर बहुत तेजी से बढ़ रहा हैं इससे बचने के लिए किशोरावस्था से ही प्रयास किए जाएं यह जरूरी है। उन्होंने कहा कि सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (एचपीवी) के खिलाफ वैक्सीनेशन कराएं। सर्वाइकल कैंसर के 70% मामलों के लिए एचपीवी जिम्मेदार होता है। वैक्सीनेशन कराने से इस वायरस से सुरक्षा मिलती है। नियमित पैप टेस्ट और जांच कराने से सर्वाइकल कैंसर के शुरुआती चरणों में ही पता लगाया जा सकता है। स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं, संतुलित आहार लें, व्यायाम करें।

वरिष्ट महिला चिकित्सक डॉक्टर आभा सिन्हा ने कहा कि छात्राओं के लिए मानसिक रूप से स्वस्थ रहना भी जरूरी है, क्योंकि मानसिक स्वास्थ्य हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। मानसिक स्वास्थ्य हमारे विचारों, भावनाओं और व्यवहार को प्रभावित करता है और हमारे आत्मविश्वास, संबंधों और शैक्षिक प्रदर्शन में सुधार करने में मदद करता है। उन्होंने इसके लिए कई सुझाव भी दिए। उन्होंने कहा कि अपने आप को समय दें, अपनी पसंद की गतिविधियों में शामिल हों, और अपने शरीर की देखभाल करें।

ध्यान और प्राणायाम आपको शांत और केंद्रित रहने में मदद कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल करना उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि शारीरिक स्वास्थ्य की देखभाल। अपने मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देकर, आप अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए मजबूत और आत्मविश्वासी बन सकते हैं।
डॉ. अलका द्विवेदी ने कहा कि तनाव और चिंता को प्रबंधित करने के लिए समय-समय पर आराम करें ध्यान करें और अपने मन की बातें अपने मित्रों या परिवार के साथ बांटे तभी आपका मन एकाग्रचित होगा और आप अच्छे ढंग से पढ़ाई कर सकेंगे।

महिला क्लब की सचिव राजकुमारी मारीवाला ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज छात्राओं के लिए पढ़ाई बहुत जरूरी है। श्रीमती मारीवाला ने छात्राओं से चिकित्सकों के परामर्श और ज्ञान की बातें एवं संदेशों पर अमल करने और अपने सपनों को पूरा करने के लिए सदा मेहनत करने की अपील की।
डी ए वी स्कूल की प्राचार्या स्नीगधा स्नेहा ने छात्राओं का आह्वान किया कि वे अपने जीवन में सीखने की प्रक्रिया को सदा जारी रखें और नए कौशलों को हमेशा आत्मसात करें।

अपने माता-पिता और शिक्षकों की बातों को ध्यान से सुने और उनकी सलाह का पालन करें। उन्होंने कहा कि सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करें और कभी हार ना माने।परिचर्चा में डॉ. लता खेतान, रेखा पाहुजा, निधि झा एवं सपना कुमारी ने भी भाग लिया और छात्राओं के साथ बातचीत कर उनकी समस्याओं को जाना और उसका निदान भी बताया। परिचर्चा के दौरान स्कूल की कई छात्राओं ने भी अपने साथ होने वाले कई परेशानियों से चिकित्सकों को अवगत कराया और चिकित्सकों से उससे निपटने के लिए परामर्श मांगा।

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