बिहार में ड्रग्स कारोबार, नेपाल और पश्चिम बंगाल के रास्ते पाकिस्तान भेज रहा नशीली दवाओं की खेप
देश में पंजाब-हरियाणा के बाद सबसे अधिक स्मैक और नशीली दवाओं की खेप इन दिनों बिहार में खपाने का काम आतंकी संगठनों के द्वारा किया जा रहा है। बताया जाता है कि पाकिस्तान लगातार अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है और यही वजह है कि वह बांग्लादेश वाया नेपाल के रास्ते पश्चिम बंगाल में स्मैक और नशीली दवाओं की खेप लगातार भेज रहा है।
उत्तर बिहार के अधिकांश जिलों में इन दिनों युवा स्मैक की चपेट में आ गया है। बिहार और झारखंड के अधिकांश जिलों में स्मैक की खेप पश्चिम बंगाल से ही जा रहा है। इस तरह का खुलासा पश्चिम बंगाल के इस्लामपुर पुलिस कई बार कर चुकी है। अब तक जितनी भी बार ब्राउन शुगर स्मैक और नशीली दवाओं की बड़ी खेप जब भी पकड़ गया है। उसका कनेक्शन पाकिस्तान से ही निकला है।
दो साल पहले अररिया जिला के फारबिसगंज स्थित एक बड़े तस्कर के पास से 10 करोड़ से अधिक मूल्य के स्मैक को पुलिस ने पकड़ा था । पूछताछ में पता चला था कि उन्हें बांग्लादेश के एक व्यवसाई ने कोरियर बॉय के रूप में सप्लाई देने के लिए दिया था । इसी तरह डीआरडीए ने भी ढाई साल पहले केहाट सहायक थाना क्षेत्र के लाइन बाजार स्थित एक निजी होटल बेलौरी के रहने वाले एक व्यक्ति को ब्राउन शुगर की बड़ी खेप के साथ पकड़ा था। उसका बाजार मूल्य 10 करोड़ से अधिक मूल्य आंका गया था। उसका भी कनेक्शन पाकिस्तान से ही निकला था। हाल के दिनों में जितने भी स्मैक की पकड़ा है उसका भी कनेक्शन पाकिस्तान से ही मिल रहे हैं।
भागलपुर-बेगूसराय है तस्करों की शरणस्थली
पश्चिम बंगाल में विदेश से आ रही स्मैक की खेप को लेकर प. बंगाल पुलिस भी हरकत में है। इस्लामपुर पुलिस जिला के एसपी सचिन मक्कड़ ने बताया कि दालकोला निवासी एक बड़े तस्कर के घर को सील किया गया है। उसकी पत्नी को जेल भेजा गया है।
उन्होंने बताया कि वह फिलहाल प.बंगाल पुलिस के डर से बेगूसराय व भागलपुर में तस्कर ने शरण ले रखी है। उन्होंने बताया कि वैज्ञानिक अनुसंधान के जरिए भी उन तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है। लेकिन फिलहाल मोबाइल भी नहीं रख रहा है । उन्होंने बताया कि अन्य खुफिया जानकारी भी उनके संदर्भ में मिली है और बंगाल पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। आम लोगों से भी अपील की गई है कि वह इस तरह की सूचना को साझा करें । उन्होंने बताया कि बिहार के भी कई पुलिस के अधिकारी उनके संपर्क में है ।
बिहार में जितने भी स्मैक तस्कर पकड़ा रहें रहे हैं बताया जाता है कि वह बंगाल से खरीद कर ले जा रहा है। सदर एसडीपीओ आनंद कुमार पांडे ने बताया कि हाल के दिनों में जितने भी स्मैक तस्करों की गिफ्तारी हुई है सबका कनेक्शन पश्चिम बंगाल से ही है।
स्लीपर सेल के सदस्य भी जुड़े
सीमाई क्षेत्रों में स्लीपर सेल के लोग इस धंधे में शामिल हैं। उनका कनेक्शन पश्चिम बंगाल नेपाल भूटान और पाकिस्तान से रहता है। यह लोग आसानी से पश्चिम बंगाल में भूटान नेपाल और बांग्लादेश के रास्ते ब्राउन शुगर स्मैक और नशीली दवाओं की खेप को मंगवा लेते हैं और इसकी भनक पुलिस को नहीं लग पाती है। बताया जाता है कि ऐसे स्मैक तस्कर गरीब भोले भाले युवाओं को ही निशाना बनाते हैं और उन्हें कोरियर बॉय के रूप में उपयोग करते हैं। जब भी पुलिस की टीम अथवा अन्य जांच एजेंसी पकड़ती है तो कोरियर बॉय गिरफ्तार होता है और ऐसे में मास्टरमाइंड और मुख्य तस्कर निकलता है।