पारिवारिक कलह के चलते सीता सोरेन ने JMM के सभी पदों से इस्तीफा देकर BJP को किया ज्वाइन
राजनीतिक हलचल: मंगलवार का दिन 2 सियासी परिवारों के लिए बड़ा अमंगलकारी दिख रहा है. केंद्रीय मंत्री और लोजपा नेता पशुपति पारस ने एनडीए में कोई सीट न मिलने और लोजपा चिराग गुट को तवज्जो मिलने को अपने साथ अन्याय बताते हुए रिजाइन कर दिया. दूसरी खबर रांची से आई है. सोरेन परिवार में भी कलह चरम पर पहुंच गई है. पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन ने झाऱखंड मुक्ति मोर्चा के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है और भाजपा ज्वाइन कर ली.
ये पारिवारिक कलह केवल इन दो परिवारों तक ही सीमित नहीं है. पारिवारिक कलह का शिकार महाराष्ट्र ठाकरे और पवार परिवार भी हुआ है, और ऐसी ही कुछ बंगाल के बनर्जी परिवार से भी खबर आई. सवाल यह उठता है कि क्या ऐन लोकसभा चुनावों के समय इन परिवारों में उभरते कलह से किसका फायदा होने वाला है? एक सवाल यह भी है कि क्या इन परिवारों में कलह किसी रणनीति का हिस्सा है?
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन की बहू और भ्रष्टाचार के मामले में जेल में बंद पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी विधायक सीता सरोने भी अपने परिवार से नाराज हैं. सीता सोरेन ने पार्टी के सभी पदों से रिजाइन कर दिया है. खबर आ रही है कि उन्होंने विधायकी से इस्तीफा दे दिया है. जाहिर है कि वो लोकसभा में अपने लिए उम्मीद तलाशेंगी और उनकी उम्मीदों को पंख लगाएगी एनडीए. सीता की नाराजगी उस समय से ही जब सोरेन परिवार का उत्तराधिकारी उन्हें न बनाकर हेमंत सोरेन को बना दिया गया था .
दरअसल परिवार के असली राजनैतिक उत्तराधिकारी सीता सोरेन के पति दुर्गा सोरेन थे. दुर्गा अपने पिता के साथ झारखंड आंदोलन में कदम से कदम मिलाकर चलते रहे. बाद में संदिग्ध परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गई. उसके बाद सीता सोरेन ने राज्य की राजनीति में कदम रखा. हेमंत सोरेन राजनीति के लिए अनिच्छुक बताए जाते थे. जिस तरह गांधी फैमिली में संजय गांधी की मौत के बाद राजीव गांधी को जबरन राजनीति में आना पड़ा , कुछ वैसा ही हेमंत सोरेन के साथ हुआ.सीता सोरेन ने हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद चंपई सोरेन को सीएम बनाने का भी विरोध किया था. तब किसी तरह उन्हें मना लिया गया था. जाहिर है कि वो अगर एनडीए के साथ जाती हैं या या अलग रास्ता अख्तियार करती हैं तो झामुमो का नुकसान होना तय है . फायदा तो सिर्फ बीजेपी का ही दिखाई दे रहा है.