कोविड-19 लाॅकडाउन की वजह से लोगों की आमदनी घटी, लेकिन महंगाई बढ़ गई
कोविड-19 कोरोना लाॅकडाउन की वजह से आम लोगों से खास लोगों तक के परिवारों की आमदनी घटी है, परन्तु महंगाई बढ़ती ही जा रही है। आम लोगों को खाध सामग्रियों बढ़ती कीमतो ने परेषान कर रखा है। गत् एक वर्ष के दरम्यान् पंद्रह से पच्चीस प्रतिषत तक लोगों का खर्च बढ़ गया है।
महंगाई घरेलू खाध् सामाग्रियो के अतिरिक्त, इलाज एवं यात्रा पर भी बढ़ गया है। खाने-पीने की वस्तुओं में मूल्य वृद्धि गत् एक वर्ष के दरम्यान् उम्मीद से ज्यादा बढ़ोत्तरी हुई है। दाल की कीमत 2020 से 2021 के बीच 10 से 25 रूपये मूल्य वृद्धि प्रति किलो हुआ है। 30 से 40 रूपये सरसों तेल, 40 रूपये रिफाइन में प्रति लिटर मुल्य वृद्ध हुई है। एक साल के दरम्यान् सौ रूपये प्रति किलो चाय पत्ती में मूल्य वृद्धि हुई है। रमेष चंद्र तलरेजा बिहार खुदरा विक्रेता महासंघ के महासचिव ने बताया कि दाल की कीमतों में आने वाले दिनों में और भी मूल्य वृद्धि होने की संभावना है। इसकी वजह खाध तेल, एलपीजी रसोई गैस इत्यादि कीमत में बढ़ोतरी तथा कृषि उपज का मुख्य कारण है।
महामंत्री बिहार राज्य खाधान्न व्यवसायी संघ के नवीन कुमार ने कहा कि दाल की कीमत में गत् चार-पांच दिनों में सौ रूपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी हुई है। खुदरा बाजार इस असर आने वाले दिनों में पड़ेगा। चार फरवरी को 25 रूपये बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस एलपीजी सिलेंडर के दाम में बढ़ोतरी की गयी। गत् एक वर्ष के दरम्यान् डीजल 14.43 तथा पेट्रोल 13.47 प्रति लीटर में बढ़ोतीर हुई है। आम आदमी की जीनव रक्षक दवाओं में लगातार मूल्य वृद्धि हो रही है। शुगर एवं बीपी की दवा पर 25 से 30 प्रतिशत तक मूल्य वृद्धि कि गयी है। पेट्रोल डीजल के मूल्य वृद्धि से खान पान की सामाग्रियों की ढुलाई का खर्च बढ़ने से भी घरेलू खाध पदार्थो की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है।
इधर बिहार एवं झारखंड में बिहार स्टेट मिल्क काॅपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड ने सुधा दूध तथा सुधा के उत्पादों में मूल्य वृद्धि की गयी है। एक से तीन रूपये तक प्रति लीटर सुधा दूध की कीमतों में वृद्धि की गयी है। सात फरवरी से बढ़ी हुई कीमतें लागू कर दी जाएगी।
संवाददाता, एबी बिहार न्यूज।