पटना अगलगी मामले में 2 होटल के मालिकों पर F.I.R दर्ज, सामने आई हादसे की बड़ी लापरवाही
पटना जंक्शन से कुछ ही दूरी पर स्थित पाल होटल में बीते दिन गुरुवार को भीषण आग लगी थी । इस मामले में 6 लोगों की मौत हुई थी जबकि 16 लोगों का पीएमसीएच में इलाज चल रहा है । इस मामले में कार्रवाई शुरू हो गई है । होटल मालिक के खिलाफ कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज की गई है । हादसे के पीछे की लापरवाही भी सामने आई है ।
पटना सदर अंचलाधिकारी राजेंद्र प्रसाद ने कोतवाली थाने को F.I.R के लिए आवेदन दिया है। इसमें उन्होंने होटल मालिक के खिलाफ कई आरोप लगाए हैं । पाल होटल के साथ उसके बगल में स्थित अमृत होटल पर भी एफआईआर दर्ज कराई गई है । अंचलाधिकारी का कहना है कि बहुमंजिल होटलों में आने-जाने का एक ही रास्ता है जो काफी संकीर्ण पाया गया । होटल के कमरों में 30 से अधिक लोग फंसे थे । बाहर निकलने का कोई वैकल्पिक रास्ता नहीं है । यह बड़ी लापरवाही है ।
इसके अलावा उन्होंने कहा भवन निर्माण के नियमों को भी अनदेखी की गई है और इस बिल्डिंग का व्यवसायिक रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था । सुरक्षा एवं फायर के नियमों की भी अनदेखी की गई है । इस कारण आग लगने के बाद भवन के अंदर लोग फंसे रह गए । अंचलाधिकारी का कहना है कि अगर भवन से बाहर निकलने का वैकल्पिक रास्ता होता तो इतने लोग नहीं फंसते । ना तो झुलसते और ना ही उनकी मृत्यु होती । पाल होटल के सबसे निचले तल्ले में जहां से एंट्री होती है वहीं रसोई है ।
रसोई में ही फ्रीज एवं एएसी के आउटलेट्स लगे हुए हैं । वहीं पास में ही रसोईया खाना बना रहा था । रसोईया की लापरवाही और होटल मालिक की अव्यवस्था के कारण आग लगी है । आग पर तत्काल नियंत्रण नहीं किया गया और न ही होटल में आग बुझाने का कोई प्रबंध था । पटना सिटी एसपी चंद्रप्रकाश ने शुक्रवार को बताया कि अभी तक अपडेट यही है कि और किसी की मौत नहीं हुई है । कुल 6 लोगों की मौत हुई है। 19 लोग पीएमसीएच में भर्ती हुए थे । इनमें से 13 लोग अभी पीएमसीएच में भर्ती हैं । उन्होंने बताया कि कोतवाली थाने में मामला दर्ज किया गया है । हम लोग जांच प्रक्रिया में लगे हुए हैं । जांच प्रक्रिया के बाद गिरफ्तारी हो सकती है ।