पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम माझी के बेटा डॉ.संतोष कुमार सुमन ने मंत्री पद से दिया इस्तीफा
हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा के नेता संतोष सुमन मांझी मंत्रिमंडल पद से इस्तीफा दे दिया है। संतोष मांझी जीतन राम मांझी के बेटे हैं। एक दिन पहले ही जीतन मांझी ने 23 जून को होने वाली विपक्षी एकता की बैठक में शामिल होने से मना कर दिया था। हालांकि उन्होंने कहा था कि नीतीश कुमार उनके नेता हैं। संतोष कुमार मांझी ने लोकसभा चुनाव में 5 सीटों की डिमांड की थी। इसके बाद जीतन मांझी ने कहा था कि वह बिहार की सभी 40 सीटों पर तैयारी कर रहे हैं।
सूत्र के मुताबिक नीतीश कुमार ने जीतन मांझी को कहा था कि वह अपनी पार्टी को जेडीयू में मर्ज कर दें। जीतन मांझी फिलहाल एमएलसी हैं। 2018 में पहली बार एमएलसी बने। फिलहाल अनुसूचित जाति और जनजाति मंत्री थे। 2020 में नीतीश कुमार ने संतोष को सिंचाई मंत्री बनाया था। संतोष मांझी यह इस्तीफा विजय कुमार चौधरी को सौंपा है। सूत्र बताते हैं कि संतोष मांझी जब विजय कुमार चौधरी से मिलने पहुंचे तो उन्हें अपनी पार्टी का विलय जेडीयू में करने का ऑफर दिया गया था।
वही संतोष सुमन के इस्तीफे पर आरजेडी के प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि जीतन राम मांझी कई बार कई तरह की बातें करते रहे हैं। जीतन राम मांझी 2015 में भी कई तरह की बातें करते कहीं और गए थे, फिर लौटकर दोबारा हमारे साथ आए। नीतीश कुमार ने ही मांझी को राजनीतिक रूप से स्थापित किया। अब मांझी उसी जमात में जाना चाहते हैं तो यह दुर्भाग्पूर्ण है। मांझी जब मंदिर गए थे तो उस मंदिर को धुलवाया गया था। इसके बाद भी वह उसी जमात में जा रहे हैं यह दुर्भाग्पूर्ण है। पता नहीं वह क्या कब और कैसे सोचते हैं।