कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रक्षा बजट को लेकर कहा -रक्षा में जुटे सैनिकों के साथ विश्वासघात किया गया
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रक्षा बजट को लेकर सरकार पर फिर हमला करते हुए कहा है कि इसमें सिर्फ पूंजीपति मित्रों को लाभ पहुंचाने का काम हुआ है और देश की रक्षा में जुटे सैनिकों के साथ विश्वासघात किया गया है। राहुल गांधी ने कहा कि बजट पूरी तरह से सरकार के मित्र पूंजीपतियों पर केंद्रित है और इसमें सीमा पर दुश्मन से जूझ रहे सैनिकों के हित में कुछ नहीं है।
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, “मोदी के ‘मित्र’ केंद्रित बजट का मतलब है- विषम परिस्थितियों में चीन से जूझ रहे जवानों को सहायता नहीं। देश की रक्षा करने वालों के साथ विश्वासघात।”
बजट में एमएसएमई के साथ विश्वासघात हुआ : राहुल
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने वित्त वर्ष 2021-22 के बजट को लेकर गुरुवार को केंद्र सरकार पर फिर निशाना साधा और आरोप लगाया कि इस बजट में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) के साथ विश्वासघात किया गया है। उन्होंने ट्वीट किया था, “प्रधानमंत्री मोदी का पूंजीपति केंद्रित बजट का मतलब यह है कि संघर्ष कर रहे एमएसएमई को कम ब्याज पर कर्ज नहीं मिलेगा और GST में राहत भी नहीं दी जाएगी।”
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि भारत में सबसे ज्यादा लोगों को रोजगार देने वाले क्षेत्र एमएसएमई के साथ विश्वासघात हुआ है। राहुल गांधी ने बुधवार को आम बजट को ‘एक फीसदी लोगों का बजट करार दिया था और सवाल किया था कि रक्षा खर्च में भारी-भरकम बढ़ोतरी नहीं करके देश का कौन सा भला किया गया और ऐसा करना कौन सी देशभक्ति है?
उन्होंने कहा था, ”हमारे जवानों की प्रतिबद्धता 100 फीसदी है और ऐसे में सरकार की प्रतिबद्धता भी 110 फीसदी होनी चाहिए। जो भी हमारे जवानों को चाहिए, वो उन्हें मिलना चाहिए। ये कौन सी देशभक्ति है कि सेना को पैसे नहीं दिए जा रहे हैं।”
उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा सोमवार को संसद में पेश किए गए आम बजट में रक्षा क्षेत्र के लिए 4.78 लाख करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है जिसमें पेंशन के भुगतान का परिव्यय भी शामिल है। पिछले साल यह राशि 4.71 लाख करोड़ रुपये थी।