गौतमबुद्धनगर लोकसभा सीट:अवैध गतिविधियां रोकने को गठित टीमें कर रही हैं मौज
चुनावों के दौरान कितने प्रकार के लोग लाभ उठाते हैं? इस प्रश्न का उत्तर बहुआयामी हो सकता है। राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं से लेकर, व्यापारी, व्यवसायी तक सभी को चुनाव में कुछ न कुछ अवश्य हासिल होता है। तो बहती गंगा में हाथ धोने में सरकारी मशीनरी के लोग पीछे क्यों रहें। बल्कि अवसर मिलते ही ये लोग गंगा में गोते लगाने लगते हैं, फिर चुनाव आयोग और जिला प्रशासन की चाहे जितनी मंशा निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव कराने की हो,इन पर कोई फर्क नहीं पड़ता।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिला प्रशासन द्वारा चुनाव में शराब,धन और हथियारों के अवैध आवागमन पर नजर रखने के लिए स्टेटिक टीमें लगाई गई हैं। ये टीमें पूरे जिले में गश्त कर गाड़ियों की जांच करती हैं। प्रत्येक टीम को जांच के दौरान गाड़ी का फोटो खींचने और डिग्गी आदि खोलने की वीडियोग्राफी करने का आदेश है। इससे गाड़ी में रखकर ले जाई जा रही अवैध शराब, हथियार या धनराशि को पकड़े जाने का सजीव साक्ष्य प्राप्त किया जाता है। जानकारी के अनुसार गश्त के लिए ऐसी टीमों को मिलने वाले ईंधन तेल का बड़ा हिस्सा काले बाजार में बेचा जा रहा है।
परिणामस्वरूप गश्त की फ्रिक्वेंसी भी घटकर आधी तिहाई रह जाती है।इसी प्रकार अवैध रूप से ले जाई जा रही शराब,धन आदि के मामले में बहुत सफाई से धंधा किया जा रहा है। जल से संबंधित एक विभाग के अधिकारी कर्मचारियों को सम्मिलित कर बनाई गई स्टेटिक टीम द्वारा दो दिन पहले गश्त के दौरान अवैध रूप से ले जाई जा रही शराब को पकड़ा गया था। बताया गया है कि शराब ले जा रहे तस्करों ने मुकदमा दर्ज न करने के लिए पकड़ने वाली टीम को सारी शराब ले लेने और कुछ धन भी लेने का प्रस्ताव दिया।टीम तुरंत राजी हो गई। अभियुक्तों को यूं ही छोड़ दिया गया और पकड़ी हुई शराब और धन से फिर पार्टी हुई I