जीकेसी ने मुजफ्फरपुर में किया सावन मिलन समारोह
मुजफ्फरपुर विश्वस्तरीय संगठन ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस (जीकेसी) की मुजफ्फरपुर जिला इकाई ने धूमधाम के साथ सावन मिलन समारोह का आयोजन किया। सावन का महीना शुरु हो चुका है। सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित माना जाता है। शिव भक्तों के लिए सावन का महीना बेहद खास होता है।
सावन महीना आते ही इस तरह के कार्यक्रमों की शुरुआत हो जाती है, जिसे पूरे देश में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है।जीकेसी की राष्ट्रीय सचिव श्रीमती सुबाला वर्मा की अध्यक्षता में सावन मिलन समारोह का आयोजन किया गया।इस अवसर पर जीकेसी बिहार की प्रदेश अध्यक्ष डा. नम्रता आनंद विशिष्ठ अतिथि के तौर पर मौजूद थी। सावन मिलन समारोह कार्यक्रम में महिलाओं ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। मौके पर गीत-संगीत के अलावा महिलाओं ने तरह-तरह के खेल का भी आनंद लिया।महिलाओं ने एक-दूसरे को हरी कांच की चूड़ियां भेंट की।सावन मिलन समारोह में महिलाओं ने समा बांधा और एक-दूसरे को सावन की शुभकामनाएं दी।
डा. नम्रता आनंद ने कहा, सावन के आते ही चारो तरफ हरियाली छा जाती है।सावन के महीने में हरे रंग का भी बहुत महत्व होता है। सावन में महिलाएं और युवतियां हरे रंग के वस्त्र और चूड़ियां पहनती हैं। हरा रंग प्रेम, प्रसन्नता और खुशी की प्रतीक माना जाता है। इसी वजह से महिलाएं सावन के महीने में हरे रंग का सिंगार करके भगवान और प्रकृति को धन्यवाद देती हैं। भगवान शिव को भी हरा रंग प्रिय होता है। इसी कारण से सावन के महीने में हरा रंग पहनना शुभ माना जाता है।माना जाता है कि सावन के महीने में भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा करने से हर मनोकामनाएं पूरी होती है। वहीं सावन में व्रत रखने पर भगवान शिव की कृपा भक्त पर विशेष रूप से होती है।
श्रीमती सुबाला वर्मा ने कहा, सावन का महीना बहुत पवित्र महीना होता है. इस महीने में चारों तरफ हरियाली छा जाती है।उदास मन को कहीं ना कहीं खुशी मिलती है।सावन मिलन समारोह हमलोग हर साल आयोजित करते हैं। इस कार्यक्रम के जरिए एक-दूसरे से भी मेल मिलाप हो जाता है. ऐसे कार्यक्रम हमें हमारी संस्कृति से जोड़ते हैं। इस अवसर पर गार्गी श्रीवास्तव, कनक लता सिन्हा, रानी कुमारी सिन्हा, नीलू सिन्हा, सुमन कुमार वर्मा समेत कई अन्य महिलाओं ने शिकरत की।