बिहार में जनता को उसना चावल खिलाने पर सरकार का जोर,  45 लाख मीट्रिक टन धान खरीदने का लक्ष्य

 बिहार में जनता को उसना चावल खिलाने पर सरकार का जोर,  45 लाख मीट्रिक टन धान खरीदने का लक्ष्य

बिहार सरकार खरीफ मौसम में 1 नवंबर से उत्तर बिहार और 15 नवंबर से दक्षिण बिहार में धान की खरीद शुरू करेगी। इस बार भी बीते वर्ष की तरह 45 लाख मीट्रिक टन धान और 30 लाख मीट्रिक टन चावल खरीद का लक्ष्य रखा गया है। चावल में इस बार उसना की खरीद ज्यादा करने की योजना है। पिछली बार 33% उसना चावल की खरीद हुई थी। 

इस साल बार करीब दोगुना उसना चावल मिलों से लेने की योजना बनायी गई है।इसके साथ ही इस साल फोर्टिफाइड चावल खरीदने पर जोर होगा। चावल की गुणवत्ता से किसी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा। राइस मिलों को चावल की अंतिम ऊपरी परत नहीं हटाने की सलाह दी जाएगी, ताकि उसमें मौजूद पौष्टिक तत्वों को नुकसान नहीं हो। फोर्टिफाइड चावल यानी पोषणयुक्त चावल में आम चावल की तुलना में आयरन, विटामिन बी-12, फॉलिक एसिड की मात्रा अधिक होती है।

आपको बता दें धान खरीद के लिए इस साल साढ़े 7 हजार पैक्स और व्यापार मंडलों को सक्रिय किया जा रहा है। पिछले साल 7 हजार 104 पैक्सों के माध्यम से धान खरीद हुई थी। इस बार इनकी संख्या में करीब 500 की वृद्धि का लक्ष्य रखा गया है, ताकि किसी किसान को धान बेचने के लिए ज्यादा दूर नहीं जाना पड़े। सहकारिता विभाग ने सभी जिलों को 25 अक्टूबर तक सक्रिय पैक्सों और व्यापार मंडलों की सूची तैयार कर भेजने को कहा है, ताकि इनके जरिये धान की खरीद बिना किसी रुकावट के हो सके।

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