राज्यपाल और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शहीद पीर अली के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने स्वतंत्रता संग्राम के वीर सपूत शहीद पीर अली को शहादत दिवस पर नमन किया और उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। पीर अली के शहादत दिवस पर शहीद पीर अली पार्क के पास आयोजित राजकीय समारोह में राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शहीद पीर अली के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर बिहार विधान परिषद के सभापति देवेशचन्द्र ठाकुर, वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री ललित कुमार यादव, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ, बिहार राज्य नागरिक परिषद के पूर्व महासचिव अरविंद कुमार सिंह, बिहार बाल अधिकार संरक्षण आयोग के पूर्व सदस्य शिवशंकर निषाद सहित अन्य गणमान्य लोगों ने भी पुष्पांजलि अर्पित कर शहीद पीर अली को भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
बता दें कि शहीद पीर अली खान पटना में 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में अग्रेंजों के खिलाफ बिगुल फूंकने वाले क्रांतिकारी थे।
पीर अली का जन्म 1820 में उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में हुआ था। पीर अली बचपन में ही आजमगढ़ से पटना आकर बस गए और यहीं शिक्षा-दीक्षा ग्रहण की। जगदीशपुर के महान स्वतंत्रता सेनानी बाबू वीर कुंवर सिंह से प्रभावित होकर 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में कूद पड़े। 3 जुलाई 1857 को पीर अली के घर पर दो सौ से अधिक आजादी के दीवाने एकत्र हुए। पीर अली ने सैकड़ों हाथियारबंद लोगों की अगुवाई करते हुए पटना के गुलजारबाग स्थित ब्रिटिश प्रशासनिक भवन पर धावा बोल दिया और ब्रिटिश शासन को तहस-नहस कर डाला। दो दिन बाद 5 जुलाई 1857 को पीर अली को बगावत के जुर्म मे गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के बाद उन्हें पटना के कमिश्नर विलियम टेलर के सामने पेश किया गया और 7 जुलाई 1857 को 14 साथियों के साथ पीर अली खान को बीच सड़क पर फांसी पर दे दी गई थी।