Happy Lohri 2022 : लोहड़ी का पवित्र पावन त्योहार आज, जानें क्यों मनायी जाती हैं लोहड़ी?
Happy Lohri 2022 : लोहड़ी भारत में सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है । हर साल लोहड़ी का त्योहार 13 जनवरी को मनाया जाता है। इस साल भी आज 13 जनवरी को मनाया जा रहा है। लोहड़ी के दिन लोग खेत-खलिहानों में या मैदानों में इकट्ठा होकर आग जलाते हैं। इस आग के चारों ओर गिद्धा, भांगड़ा और लोक गीतों के साथ जश्न मनाया जाता है। लेकिन इस साल लोहड़ी का त्योहार कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए मनाया जाएगा।
लोहड़ी एक लोकप्रिय फसल की कटाई और बुआई वाला त्योहार है। इसे बहुत उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता हैं। इस त्योहार के मौके पर अलाव जलाना, लोक गीत गाना, भांगड़ा, गिद्दा करना और पारंपरिक भोजन जैसे सरसों दा साग, गजक के साथ मक्के दी रोटी आदि का स्वाद लिया जाता है। लोहड़ी को लाल लोई के रूप में भी जाना जाता है। लोहड़ी को सूर्य उत्तरी गोलार्ध में प्रवेश करता है और एक दिन बाद सूर्य का मकर राशि में गोचर हो जाता है।
जानें, क्यों मनाई जाती हैं लोहड़ी?
वैसे तो लोहड़ी से जुड़ी कई कहानियां हैं, लेकिन लोहड़ी से जुड़ी सबसे लोकप्रिय कहानी दुल्ला भट्टी की है। दुल्ला भट्टी एक ऐसा व्यक्ति था जो मुगल सम्राट अकबर के शासनकाल के दौरान पंजाब में रहता था। रॉबिन हुड की तरह दुल्ला भट्टी भी अमीरों को लूटता था और जरूरतमंदों की मदद करता था। उसने एक लड़की को किडनैपर्स से भी बचाया और अपनी बेटी की तरह उसकी देखभाल की। उसकी शादी के दिन, उसने पंडित की गैरमौजूदगी में भी रस्में निभाईं। लोग उन्हें प्यार करते थे और उनका सम्मान करते थे, और हर साल लोहड़ी के अवसर पर लोक गीत “सुंदर-मुंडरिये” गाया जाता है। यह सिर्फ एक कहानी है।