मदद के हाथ बढ़ तो ऑक्सीजन बैंक 16 बिहार में खुले
पटना के कृष्णानगर में जुलाई के अंतिम सप्ताह में गौरव राय को सांस लेने में दिक्कत हुई। ऑक्सीजन की कमी का जांच में पता चला, जिसके कारण ऑक्सीजन का इंतजाम बड़ी कठिनाई से हो सका, तो गौरव राय की जान बची। इसके बाद लोगों की, गौरव राय पत्नी के साथ मिलकर जिन्दगी बचाने के लिए जुट गए। सबसे पहले स्वयं ऑक्सीजन सिलेंडर तीन खरीदे।उनके दोस्तों ने पांच सिलेंडर दिए। अब सिलेंडरमैन गौरव राय बन गए है।
सरकारी संस्था बिहार फाउंडेषन उनके इस काम में मददगार बनी। इस मुहिम में फाउंडेषन के जुड़ने पर बहुत से लोग मदद के लिए आगे आए। आज ऑक्सीजन बैंक बिहार के 16 जिलों में खुल चुके है। एक कॉल करने पर गरीबों को अब मुफ्त में ऑक्सीजन सिलेंडर मिल रहा है।
फेसबुक पर गौरव राय ने ऑक्सीजन सिलेंडर गरीबों को मुफ्त में देने के लिए संकल्प जाहिर किया। पटना से शुरू हुई ऑक्सीजन बैंक की मुहिम बिहार फाउंडेषन की मदद से अब राज्य के 16 जिलों तक पहुंच चुकी है। फाउंडेषन के मुंबई चैप्टर की तरफ से 50 सिलेंडर प्रवासी बिहारी भेज चुके है। 50 सिलेंडर देने का और भी वादा किया है।
अपनी सामर्थ्य के अनुसार पटना सहित राज्य के विभिन्न इलाकों में रहने वालों ने एक दो, या चार सिलेंडर का योगदान दिया है। एक्ट गांड संस्था ने गरीबों तक मुफ्त ऑक्सीजन सिलेंडर पहुंचाने की इस मुहिम से प्रभावित होकर 200 सिलेंडर बिहार फाउंडेषन के जरिए पटना भेजे है। करीब 300 स्टार्टअप के समूह द्वारा यह संस्था संचालित है। जो देष भर में कोविड-19 के समय में मदद की मुहिम चला रही है। इस तरह गौरव राय का ऑक्सीजन बैक दो सिलेंडर से शुरू होकर 334 सिलेंडर तक पहुंच गया है।
संवाददाता, एबी बिहार न्यूज।