अगर Home Isolation में हैं, तो जरुर करें ये उपाय
कोरोना के बढ़ते संक्रमण में क्या करें, क्या ना करें, ये सवाल हर किसी के मन में है. देश में कोरोना का कहर जारी है और अस्पतालों में बेड और दवाओं की कमी देखी जा रही है. ऐसे में संक्रमण होने के बाद भी लोगों को घर में ही रहना पड़ रहा है. लोग खुद को घरों में ही आइसोलेट कर रहें है.
हालांकि जो कोविक के शिकार नहीं है, लेकिन उनमें शुरुआती लक्षण दिख रहे हैं, वह भी खुद को होम आइसोलेट कर चुके हैं. ऐसे में यह बहुत जरूरी हो जाता है कि आपको आइसोलेशन में रहने के नियम और तरीके पता होने चाहिए. सावधानियां मालूम होनी चाहिए ताकि क्या करना चाहिए क्या नहीं करना चाहिए, इसका ज्ञान हो.
इन्ही चीजों पर हम आपको आज एक हल्की सी जानकारी देने जा रहे हैं, जो आपके लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है.
क्या करें क्या न करें:
खुद को सेल्फ आइसोलेट करने से पहले एक बार टेस्ट जरूर करवा लें और उसके बाद सीधा आइसोलेशन में चले जाएं. सेल्फ आइसोलेशन के समय अपने कमरे को हवादार चुने और उसे साफ सुथरा रखें. हो सके तो अपना बाथरूम भी अलग रखें और खाने का बर्तन भी. अगर घर में एक ही बाथरूम है, तो उसे हर बार यूज करने के बाद अच्छे से साफ करें और बाथरूम के दौरान भी फेस मास्क जरूर यूज़ करें.
अगर आप किसी व्यक्ति के साथ रूम शेयर कर रहे हैं तो अपना कोई भी सामान तौलिया, इत्यादि को शेयर ना करें. सबसे जरूरी बात यह है कि आपका कमरा हवादार होना चाहिए. अपने शरीर के तापमान, पल्स और बीपी को नापते रहे.
मन से नकारात्मक भावों को हटा दें. हमेशा याद रखें कि महामारी से ग्रसित अधिकांश लोग खुद ब खुद ठीक हो जा रहे हैं. मन में शांति रखिए. कोरोना से रिकवरी में 2-3 हफ्ते का समय लग सकता है. इसलिए जल्दबाजी के चक्कर में ना पड़े. अच्छे से खाए-पीए, अच्छे से सोए. अपने फेस मास्क को हर 6 से 8 घंटे में चेंज कीजिए. अपने हाथों से नाक मुंह छूने के बाद अपने हाथों को अच्छे से सेनीटाइज करना मत भूलिए. साबुन और पानी से हाथ को कम से कम 40 सेकंड तक जरूर धोना चाहिए.
भोजन की बात करें तो भोजन सादा और ताजा होना चाहिए. कोरोना में मौसमी नारंगी, संतरा जैसे फलों का सेवन अधिक से अधिक करें. बीन्स और दाल जैसे प्रोटीन से पूर्ण सब्जियां भी खाएं. तेल और रिफाइंड का कम इस्तेमाल करें. मैदा, तला हुआ भोजन, जंकफ़ूड और तला हुआ खाने से बचें.
सबसे जरूरी बात यह है कि एक्टेमरा, प्लाज्मा और रेमडीसीविर जैसी दवाओं पर अभी एक्सपेरिमेंट ही चल रहा है. शुरुआती या हल्के लक्षण दिखने पर उन पर पैसे खर्च ना करें. अभी एंटीबायोटिक, विटामिन सी और जिंकोबाइट जैसे कैप्सूल का सेवन लगातार करते रहे.
हमेशा याद रखें कोरोना से आपका शरीर खुद लड़ेगा. दवाइयां आपात परिस्थिति में उपयोगी है. शरीर में पोषक तत्वों की कमी ना होने दें. जो दवाइयां लेने की सलाह दी जा रही है, वह भी पोषक तत्वों को पूरा करने वाली ही है, इसके अलावा कुछ भी नहीं.