कोरोना से सुरक्षा का आयुर्वेदिक नुस्खा- काढ़ा
बढ़ते हुए संक्रमण के बीच लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर चिंतित नजर आ रहे हैं. हर किसी को इसी बात की चिंता है कि कैसे अपने शरीर का इम्यूनिटी सिस्टम बढ़ाया जाए. शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए लोग हर तरह के नुस्खे आजमा रहे हैं. लेकिन आपको बता दें कि आयुर्वेद से बढ़िया नुस्खा और किसी भी पद्धति में नहीं है. अगर गला खराब है या फिर बुखार आ रहा है तो शरीर की प्रतिरोधी क्षमता इससे भी कमजोर होती है. हम आपको गले की खराश और खांसी जुकाम से बचने के लिए आयुर्वेदिक नुस्खे के तौर पर काढ़ा बनाने की विधि बता रहे हैं, जो आपको बेहद कारगर सिद्ध होगा.
सबसे पहले काढा बनाने के लिए सामग्री के तौर पर दो लौंग, दो कप पानी, दो छोटा चम्मच से अदरक का रस, एक चम्मच काली मिर्च का पाउडर, 5-6 तुलसी के पत्ते और चुटकी भर दालचीनी का पाउडर अपने पास रख लें. हल्की सी आंच पर पानी वाले बर्तन में पानी उबालें. उबलते हुए पानी में अदरक का रस और तुलसी की पत्तियां डालकर उबालें. इन दोनों को अच्छे से उबलने दे. लगभग 3- 4 मिनट बीत जाने के बाद काली मिर्च का पाउडर और लॉन्ग डालें उसके बाद इसे धीमी आंच पर दो-तीन मिनट तक उबलने के लिए छोड़ दें. फिर आंच बंद कर दें.
काढ़ा बनाने के बाद यह नहीं करना चाहिए कि इसको कभी भी पी जाना है. इसके पीने का भी सही समय है. कई लोग खाली पेट काढ़ा पीने की वजह से कई परेशानियों से जूझने लगते हैं. इसका सबसे बेहतर तरीका है कि काढ़ा हमेशा खाना खाने के बाद पीया जाए. यदि दिन में चाय की जगह आप काढ़ा पीना शुरू कर दें तो स्वास्थ्य के लिए यह एक चाय से कई गुना बेहतर साबित होगा.