माननीय कृषि मंत्री ने किया गाँधी मैदान, पटना में आयोजित बिहार दिवस में कृषि पवेलियन का उद्घाटन
माननीय कृषि मंत्री अमरेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा 22 मार्च को पटना के गाँधी मैदान में बिहार दिवस के अवसर पर आयोजित राजकीय समारोह में कृषि पवेलियन का उद्घाटन किया गया। इस मौके पर कृषि विभाग के सचिव डाॅ॰ एन॰ सरवण कुमार, विशेष सचिव श्री रवीन्द्र नाथ राय, कृषि निदेशक श्री सावन कुमार, निदेशक उद्यान श्री नन्द किशोर, संयुक्त सचिव श्री शैलेन्द्र कुमार सहित विभागीय मुख्यालय एवं क्षेत्र के पदाधिकारी/कर्मचारीगण तथा राज्य के विभिन्न जिलों से आये किसान भाई-बहन उपस्थित थे। कृषि पवेलियन के मुख्य मंच से विभागीय पदाधिकारियों एवं कृषि वैज्ञानिकों द्वारा किसानों को विभिन्न फसलों के संबंध में समसामयिक जानकारी दी गई। साथ ही, किसानों के मनोरंजन एवं ज्ञानवर्द्धन के लिए कृषि विभाग की योजनाओं पर आधारित नुक्कड़-नाटक का प्रस्तृतीकरण दिया गया।
माननीय कृषि मंत्री ने कहा कि गाँधी मैदान, पटना में बिहार दिवस का आयोजन इस वर्ष दिनांक 22-24 मार्च, 2022 तक ‘‘जल-जीवन हरियाली’’ थीम पर किया जा रहा है। कृषि विभाग द्वारा ‘‘जल-जीवन हरियाली’’ अभियान के अंतर्गत पाँच मुख्य कार्यक्रम क्रियान्वित किये जा रहे हैं, यथा- जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम, फसल अवशेष प्रबंधन कार्यक्रम, फसल अवशेष प्रबंधन से संबंधित विशेष कृषि यंत्र बैंक, ‘‘हर खेत को सिंचाई का पानी’’-सूक्ष्म सिंचाई योजना, ‘‘हर खेत को सिंचाई का पानी’’-पक्का चैक डैम एवं अन्य जल छाजन कार्यक्रम तथा जैविक कोरिडोर योजना। इन सभी छः महत्त्वपूर्ण कार्यक्रमों से संबंधित किसानों तथा आम जन को कृषि विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों की जानकारी तथा प्रचार-प्रसार प्रदर्शनी के माध्यम से दी जा रही है। कृषि विभाग द्वारा इस अवसर पर गाँधी मैदान में 30 हजार वर्गफीट क्षेत्रफल में कृषि पवेलियन का निर्माण किया गया है। प्रदर्शनी में कृषि के क्षेत्र में हो रही नवीनत्तम तकनीकों की जानकारी बिहार के किसान भाइयों एवं बहनों तथा आम जन को उपलब्ध कराई जा रही है। बिहार दिवस के अवसर पर कृषि पवेलियन में आत्मा के माध्यम से सभी जिलों के किसानों को परिभ्रमण कराया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि ‘‘जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम’’ से संबंधित बिहार के कृषि संस्थान बोरलाॅग इंस्टिच्युट फाॅर साऊथ एशिया, डाॅ॰ राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा, समस्तीपुर एवं बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर, भागलपुर द्वारा विभिन्न फसलों की समय पर बुआई, जलवायु के अनुकूल फसल चक्र का चयन, मिट्टी एवं जलवायु के अनुकूल परिस्थितियों के अनुरूप संभावित फसल विविधीकरण, जल, पोषक तत्त्व एवं खरपतवार आदि का समुचित प्रबंधन, कृषि यंत्रों यथा हैप्पी सीडर, सुपर सीडर, स्ट्राॅ बेलर के माध्यम से फसल के अवशेषों का प्रबंधन आदि क्रियाओं के बारे में किसानों को जागरूक किया जा रहा है।
प्रदर्शनी में मुख्य रूप से फसल अवशेष प्रबंधन से संबंधित कृषि यंत्रों की उपयोगिता तथा इस पर सरकार द्वारा दिये जा रहे अनुदान के विषय की जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है। इसी प्रकार, उद्यान निदेशालय द्वारा सूक्ष्म सिंचाई योजना कार्यान्वित की जा रही है, जिसके अंतर्गत किसानों को इस पर 90 प्रतिशत तक अनुदान उपलब्ध कराया जा रहा है। इस सिंचाई पद्धति से किसानों को कम उत्पादन लागत से अधिक आय प्राप्त होगी। इस प्रदर्शनी में सूक्ष्म सिंचाई पद्धति का जीवंत प्रदर्शन किया जा रहा है। भूमि संरक्षण निदेशालय द्वारा जलछाजन विकास कार्यक्रम के अंतर्गत जल संचयन संरचनाओं तथा शुष्क बागवानी की महत्ता को जीवंत प्रदर्शित किया जा रहा है।