हिम्मत है तो विपक्ष घोषणा करे कि वह नये संसद भवन की कार्यवाही में कभी भाग नहीं लेगा: सुशील मोदी

 हिम्मत है तो विपक्ष घोषणा करे कि वह नये संसद भवन की कार्यवाही में कभी भाग नहीं लेगा: सुशील मोदी

नए संसद भवन को लेकर बवाल मचा है। विपक्ष के कई दलों ने इसके होने वाले उद्घाटन को लेकर विरोध शुरू कर दिया है। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने बुधवार को कहा कि नए संसद भवन के शुभारंभ पर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ईर्ष्या-द्वेष की राजनीति करने वाले नीतीश कुमार बताए कि 17 साल में उन्होंने कितने सरकारी भवनों का शिलान्यास और उद्घाटन राज्यपाल से कराया?

सुशील मोदी ने कहा कि पटना में विधानमंडल के नए भवन का उद्घाटन भी मुख्यमंत्री ने किया था और किसी ने उस कार्यक्रम का बहिष्कार नहीं किया था । उन्होंने कहा कि यदि हिम्मत है तो विपक्ष घोषणा करे कि वह भारतीय अस्मिता और गौरव के प्रतीक नये संसद भवन की कार्यवाही में कभी भाग नहीं लेगा।

आगे सुशील मोदी ने कहा कि जिन लोगों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का विरोध किया और अपशब्द तक कहे थे, उन्हें आज आदिवासी सम्मान की बड़ी चिंता हो रही है। 1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पुराने संसद भवन की एनेक्सी का उद्घाटन किया था। बाद में सांसद राहुल गांधी ने संसद के पुस्तकालय का शिलान्यास किया। कांग्रेस को कभी राष्ट्रपति की याद क्यों नहीं आई?

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