कोरोना की जंग में उतरी भारतीय नौ सेना, मदद के लिये हुए रवाना
देश में कोविड-19 महामारी के लगातार बढ़ रहे प्रकोप के बीच दूसरी लहर के कारण मचे हाहाकार में ऑक्सीजन की किल्लत दूर करने में भारतीय नौसेना भी अब आगे आ गयी है। नौसेना ने फारस की खाड़ी और दक्षिण-पूर्व एशिया के विभिन्न देशों से तरल ऑक्सीजन व अन्य मेडिकल सप्लाई लाने के लिए ‘ऑपरेशन सेतु समुद्रम-2’ की शुरुआत कर दी है। इसके तहत नौ युद्धपोतों को अलग अलग देशों में वैक्सीन लाने के लिए भेजा गया है।
नौसेना प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि ये नौ युद्धपोत मुंबई, विशाखापत्तनम और कोच्चि में तीनों नेवी कमांड से भेजे गए हैं। ‘ऑपरेशन सेतु समुद्रम-2’ के अनुसार इन नौ युद्धपोत को भेजना भारत सरकार व भारतीय नौसेना के कोरोना महामारी से लड़ने के लिये किये जा रहें उन विभिन्न प्रयासों का हिस्सा है, जो देश में ऑक्सीजन की आवश्यकता को पूरा करने के लिए किए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि इन नौ युद्धपोत में से आईएनएस तलवार बहरीन से 27 टन तरल ऑक्सीजन से भरे दो टैंक लेकर बुधवार को कर्नाटक के न्यू मंगलूरू बंदरगाह पर वापस आ चुका है।
इतना ही नहीं आईएनएस कोलकाता कुवैत से 27 टन ऑक्सीजन से भरे दो टैंक, 400 ऑक्सीजन सिलिंडर और 47 ऑक्सीजन कंसनट्रेटर लेकर वापस देश की तरफ रवाना हो चुका है। चार अन्य युद्धपोत कतर और कुवैत की राह में हैं, ये चारों युद्धपोत इन देशों से 27 टन ऑक्सीजन से भरे 9 टैंक और 1500 से ज्यादा ऑक्सीजन सिलिंडर लेकर वापस लौटेंगे।
कमांडर मधवाल के मुताबिक ईस्टर्न सीबोर्ड पर आईएनएस ऐरावत सिंगापुर से 3600 से ज्यादा ऑक्सीजन सिलिंडर और 27-27 टन ऑक्सीजन से भरे आठ टैंकर, 10 हजार रैपिड एंटीजन जांच किट और सात ऑक्सीजन कंसनट्रेटर लेकर बुधवार को ही वापसी के लिए निकला है।
पिछले साल भी निभाई थी अहम भूमिका
बता दें कि भारतीय नौसेना ने पिछले साल भी ऑपरेशन समुद्र सेतु चलाया था, जिसमें वंदे भारत अभियान के तहत मालदीव, श्रीलंका और ईरान में फंसे करीब 4000 भारतीयों को लॉकडाउन के दौरान देश में वापस लाया गया था। इस अभियान में भी आईएनएस जलाश्व और आईएनएस शार्दुल ने शिरकत की थी।