भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 590.18 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा
29 जनवरी, 2021 को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 4.85 बिलियन डॉलर की बढ़ोत्तरी के साथ 590.18 अरब डॉलर तक पहुँच गया है। यह भारत के विदेशी मुद्रा भंडार का रिकॉर्ड स्तर है, इसके साथ ही भारत ने सबस ज्यादा विदेश मुद्रा भंडार वाले देशों की सूची में रूस की जगह चौथा स्थान हासिल कर लिया है। विश्व में सर्वाधिक विदेशी मुद्रा भंडार वाले देशों की सूची में भारत चौथे स्थान पर है, इस सूची में चीन पहले स्थान पर है।
विदेशी मुद्रा भंडार
इसे फोरेक्स रिज़र्व या आरक्षित निधियों का भंडार भी कहा जाता है भुगतान संतुलन में विदेशी मुद्रा भंडारों को आरक्षित परिसंपत्तियाँ’ कहा जाता है तथा ये पूंजी खाते में होते हैं। ये किसी देश की अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति का एक महत्त्वपूर्ण भाग हैं। इसमें केवल विदेशी रुपये, विदेशी बैंकों की जमाओं, विदेशी ट्रेज़री बिल और अल्पकालिक अथवा दीर्घकालिक सरकारी परिसंपत्तियों को शामिल किया जाना चाहिये परन्तु इसमें विशेष आहरण अधिकारों , सोने के भंडारों और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की भंडार अवस्थितियों को शामिल किया जाता है। इसे आधिकारिक अंतर्राष्ट्रीय भंडार अथवा अंतर्राष्ट्रीय भंडार की संज्ञा देना अधिक उचित है।
29 जनवरी, 2021 को विदेशी मुद्रा भंडार
विदेशी मुद्रा संपत्ति (एफसीए): $547.22 बिलियन
गोल्ड रिजर्व: $ 36.29 बिलियन
आईएमएफ के साथ एसडीआर: $ 1.51 बिलियन
आईएमएफ के साथ रिजर्व की स्थिति: $ 5.16 बिलियन