INS जलाश्व अंजुआन बंदरगाह पर पहुंचा
भारतीय नौसैनिक जहाज जलाशव (INS Jalashwa) 14 मार्च, 2021 को कोमोरोस के अंजुआन बंदरगाह पर पहुंचा। यह जहाज 1000 मीट्रिक टन चावल की खेप ले जा रहा था।
खाद्य सहायता के रूप में 1000 मीट्रिक टन चावल की इस खेप को भारत के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू द्वारा अक्टूबर 2019 के महीने में अपने कोमोरोस दौरे के दौरान किए गए वादे के आलोक में कोमोरोस को रवाना किया गया था।
भारत-मेडागास्कर सहयोग
कोमोरोस को खेप सौंपने के बाद, आईएनएस जलाश्व एहाला के बंदरगाह की यात्रा करेगा ताकि 1000 मीट्रिक टन चावल और एचसीक्यू की 1,00,000 टैबलेट की एक और खेप पहुंचाई जा सके। यह खेप भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर के वादे के अनुसार पहुंचाई जाएगी। मैडागास्कर के दक्षिण में गंभीर सूखे के कारण मानवीय संकट से निपटने के लिए मेडागास्कर द्वारा भारतीय पक्ष से सहायता मांगने के बाद उन्होंने यह प्रतिबद्धता ज़ाहिर की थी।
आईएनएस जलाश्व
यह वर्तमान में भारतीय नौसेना में कार्यररत्त है। इस जहाज को अमेरिका से वर्ष 2005 में 90 मिलियन अमेरिकी डॉलर में खरीदा गया था। इस जहाज को जून 2007 में कमीशन किया गया था। यह एकमात्र भारतीय नौसैनिक जहाज है जिसे अमेरिका से खरीदा गया है। यह पूर्वी नौसेना कमान के तहत विशाखापत्तनम में बेस्ड है।
पूर्वी नौसेना कमान
यह भारतीय नौसेना के तीन कमांड स्तर के गठनों में से एक है। यह आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में स्थित है। यह कमान स्तर बंगाल की खाड़ी, हिंद महासागर के कुछ हिस्सों और भारत के पूर्वी तट पर नौसेना प्रतिष्ठानों के लिए जिम्मेदार है। यह कमान मार्च, 1968 में स्थापित की गई थी।