जी एन आई ओ टी इंस्टीट्यूट मे अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का हुआ आयोजन

 जी एन आई ओ टी इंस्टीट्यूट मे अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का हुआ आयोजन

कल जी एन आई ओ टी इंस्टीट्यूट के “महिला शिकायत कक्ष (डब्ल्यूजीसी)” द्वारा में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन हुआI अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस स्वयं को महत्व देने और अपनी पूरी क्षमता को पहचानने के बारे में है। इसके अलावा, महिलाओं को महत्वपूर्ण प्रगति हासिल करने के लिए जीवन के सभी क्षेत्रों में सभी बाधाओं को दूर करने के लिए साहस जुटाना होगा। आज का आयोजन हर क्षेत्र में महिलाओं की उपलब्धियों की सराहना के साथ-साथ महिला सशक्तिकरण को प्रोत्साहन देने के लिए किया गया। 

कार्यक्रम मे उपस्थित मेम्बर मैनेजमेंट, जी एन आई ओ टी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, श्रीमती सपना गुप्ता जी ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के माध्यम से महिलाओं को संगठित करने और सामाजिक समस्याओं को उठाने में मदद मिलती है। नारी उदय फेमिनिस्ट सोच के मूल में से उठता है, जो महिलाओं के विचारों और उनके अधिकारों को समझने की ज़रूरत को समझता हैI लैंगिक समानता एक व्यापक मुद्दा है जो महिलाओं के स्वतंत्रता, समानता और अधिकारों के लिए लड़ाई का प्रतिनिधित्व करता है।

संस्थान के निदेशक डॉ धीरज गुप्ता जी ने इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य एक ऐसा वातावरण तैयार करना है जहां महिलाएं निडर होकर, स्वतंत्र रूप से रह सकें और समान अवसर प्राप्त कर सकें, उन्होंने कहा कि पुरुष समुदाय को अपने कैरियर के लिए महिलाओं का समर्थन एवं प्रोत्साहित करना चाहिए l सकारात्मक विचार और सकारात्मक मन जीवन में सकारात्मक चीजों को आकर्षित करते हैं और नकारात्मक विचार नकारात्मक अनुभवों का अहसास कराते हैं। इसलिए खुशी का अनुभव करने का एकमात्र तरीका है कि आप अपने आस-पास सभी के बारे में अच्छा सोचें। उन लोगों से दूर रहें जो नकारात्मक बातें या आपको हतोत्साहित करते हैं। इसके बजाए सकारात्मक सोच के लोगों के साथ रहें।

कार्यक्रम की सम्मानित मुख्य अतिथि डॉ सविता माधवी सिंह (संयुक्त निदेशक) जल शक्ति मंत्रालय, नई दिल्ली ने नारी सशक्तिकरण के आज के कार्यक्रम मे सभी को सम्बोधित करते हुआ कहा कि नारी तभी सशक्त हो सकती है जब वह मानसिक रूप से सबल हो, महिला सशक्तिकरण के लिए शिक्षा प्रमुख आधार है। सम्मानित अतिथि श्रीमान. आर.पी. शर्मा, कवि एवं लेखक ने महिलाओं को सम्बोधित करते हुए बताया कि हर क्षेत्र में महिलाओं को सम्मान और गौरव मिलना चाहिए। एक महिला के पास अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए सकारात्मक दिमाग और उग्र स्वभाव होता है। डब्ल्यूजीसी की संयोजक डॉ. शिवानी ने नारी सशक्तिकरण की दिशा में राज्य सरकार एवं केन्द्र सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, कन्या सुमंगला योजना, मातृ वन्दन, उज्जवला योजना जैसे कार्यक्रम संचालित कर रही है।

ऐसी योजनाएं महिलाओं के प्रति भेदभाव को दूर किये जाने में मील का पत्थर साबित होंगी। महिला दिवस का मुख्य उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं की उपलब्धियों और उनके द्वारा निभाई जाने वाली भूमिकाओं का जश्न मनाना है, जैसे कि वे एक कलाकार, एक शिक्षक, एक प्रशासक, एक राजनीतिज्ञ या वैज्ञानिक हो सकती हैं। महिलाओं के अधिकारों और लैंगिक समानता के बारे में जागरूकता बढ़ाना भी महत्वपूर्ण है। आज के कार्यक्रम मे संस्थान की सभी महिला अध्यापिकाओ ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया I कार्यक्रम मेंअध्यापिकाओ ने विभिन्न रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुति दी जिसमे नृत्य, हास्य, संगीत, नाटक आदि की शानदार प्रस्तुति दी। कार्यक्रम के समापन मे जी एन आई ओ टी ग्रुप ऑफ़ इंस्टीटूशन्स से फर्स्ट लेडी श्रीमती सपना गुप्ता ने आये हुए सभी अतिथियों, शिक्षकों एवं सभी को धन्यवाद दिया और उपस्थित सभी अध्यापिकाओ का सम्मान किया I

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