राजधानी पटना में इस्काॅन मंदिर निर्माण कार्य अब अंतिम चरण में, उद्घाटन इसी वर्ष होगी
राजधानी पटना में इस्काॅन मंदिर (बांकेबिहारी मंदिर) का निर्माण कार्य अब अंतिम चरण में चल रहा है। वहां पर आने जाने लोगों को दूर से ही बांकेबिहारी मंदिर की बनावट एवं खूबसूरती अभी से आकर्शित लगी है। इस मंदिर को एक सौ करोड़ की लागत से बनाया गया है। इस्काॅन मंदिर, श्री राधा बांके बिहारी मंदिर को दो एकड़ में सेमी अंडरग्राउंड बनाया गया है। यह मंदिर में 84 खंभे व 108 मीटर ऊंची है। मंदिर में सत्तर कमरों का अतिथि गृह बना है। अतिथि गृह में बाहर से आये लोग ठहर सकते है। मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं को 56 प्रकार के शाकाहारी व्यंजन मिलेगें। मंदिर परिसर में तीन सौ गाड़ियों की पार्किग की व्यवस्था है। यह बांकेबिहारी मंदिर पूर्वी भारत का दूसरा सबसे बड़ा इस्काॅन मंदिर है।
इस्काॅन मंदिर (बांके बिहारी मंदिर) के अधिकारियों ने बताया इस मंदिर में फिनिशिंग का काम हो रहा है। एक सौ करोड़ लागत से बने मंदिर का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो गया है। इस वैदिक परंपराओं का लुक दिया गया है। ग्यारह वर्षो से बन रहे बांके बिहारी राधा कृष्ण मंदिर का उद्घाटन इसी वर्ष होगी। यह मंदिर विश्व में 84 खंभों का तीसरा मंदिर है। आकर्षक डिजाइन सभी खंभों को दिया गया है।
मंदिर निर्माण में राजस्थान के पिंक पत्थरों का इस्तेमाल हुआ हैं इन पत्थरों पर नक्काशी खूबसूरती से की गयी है। इस मंदिर में निर्माण कार्य के दौरान पत्थरों पर नक्काशी व पत्थरों को तराशने में राजस्थान के कलाकार को लगाया गया है। इस्काॅन मंदिर में दरवाजे दो तरफ से बनाये गये है। दिव्यांगों के लिए मंदिर में अलग से एंट्री की व्यवस्था की गयी है।
इस्काॅन अध्यक्ष पटना के श्रीकृष्ण कृपा दास ने कहा कि युद्धस्तर पर मंदिर के काम को पूरा किया जा रहा है। मंदिर में नागशैली नक्काशी पत्थरों पर करने के लिए राजस्थान, गुजरात और पष्चिम बंगाल के कारीगर लगे हुए है। राजधानी पटना में बन रहा यह इस्काॅन मंदिर (बांके बिहारी मंदिर) पूर्वी भारत में मायापुर के बाद दूसरा बड़ा मंदिर है। संवाददाता, ए बी बिहार न्यूज।