जमुई: कोरोना जांच की गड़बडी़ मामले में सीएस, चार डाॅक्टर निलंबित व तीन मैनेजर बर्खास्त हुए
जमुई जिले के अंतर्गत आधा दर्जन से अधिक पदाधिकारियों पर कोरोना जांच को लेकर गलत जानकारी देने के आरोप में कार्रवाई की गयी है। डीएम रिपोर्ट के मुताबिक डाॅ विजयेंद्र सत्यार्थी सिविज सर्जन सहित चार डाॅक्टर को निलंबित कर दिया गया है तथा हेल्थ मैनेजर तीन को बर्खास्त कर दिया गया है। निलंबित में बरहट प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ एनके मंडल, सिकंदरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ शाजिद हुसैन तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी सह प्रभारी जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डाॅ विमल कुमार चैधरी शामिल है। जमुई में स्वास्थ्य विभाग द्वारा नये सिविल सर्जन की तैनाती कर दी गयी है। जमुई का नया सिविल सर्जन मुजफ्फरपुर के डाॅ विनय कुमार शर्मा को बनाया गया है। वहीं सिंकदरा का प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ. खुष्तर आजमी को बनाया गया है एवं भागलपुर के डाॅ मनोज कुमार यादव को बरहट का प्रभारी चिकित्सापदाधिकारी नियुक्त किया गया है।
विभिन्न जिलों में बारह टीमें राज्य मुख्यालय से गड़बड़ी की जांच करने के लिए भेजा गया है। राज्य स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांण्डेय ने कहा कि प्रधान सचिव इस मामले में सभी डीएम से बात कर जांच को सुनिष्चित कर लें। लैब टेक्नीषियन और एएनएम जांच में अगर दोषी पाए गए तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी गत् शुक्रवार को इसके तहत् अधिसूचना जारी कर दी गयी है।मामला जमुई जिले में बरहट प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तथा सिकंदरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में फर्जी लोगों के नाम से बड़े पैमाने पर कोरोना जांच की गयी थी। यहां पर कोरोना जांच का आंकड़ा बिना किसी व्यक्ति की जांच किए ही दर्ज कर दिया गया था।
संवाददाता, एबी बिहार न्यूज।