केके पाठक का नया फरमान सरकार के लिए बना मुसीबत, स्कूल की टाइमिंग को लेकर बवाल
केके पाठक के नए-नए और बेतुके फरमानों ने शिक्षक से लेकर नेताओं तक में घमासान मचा रखा है । जहां एक तरफ सरकारी स्कूल के कुछ टीचर उनके पक्ष में हैं तो कुछ उनसे काफी नाराज चल रहे हैं । इन शिक्षकों की हिमायत में बिहार में पक्ष और विपक्ष के नेता भी उतर गए हैं । केके पाठक ने सरकार के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी है । एक बार फिर स्कूल की टाइमिंग को लेकर बहस छिड़ गई है।
दरअसल केके पाठक ने इन दिनों स्कूल के समय में बदलाव कर सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक कर दिया है । स्कूल की ये नई समय सारिणी आते ही बिहार में एक बार फिर केके पाठक को लेकर बवाल मच गया है । अब विपक्ष के नेता सरकार से सवाल पूछने लगे हैं कि शिक्षकों को इस तरह से प्रताड़ित क्यों किया जा रहा है ।
यहां तक की खुद सरकार के सहयोगी पार्टी के एमएलसी नवल किशोर यादव जो शिक्षक निर्वाचन से चुनकर आए हैं, उन्होंने भी सवाल उठाया है । नवल किशोर का कहना है, “इस तर के फैसले एनडीए सरकार की छवि को बिगाड़ रहे हैं । विभाग का ये फैसले शिक्षकों को प्रताड़ित करने वाला है, केके पाठक मानसिक रूप से बीमार हो चुके हैं । शिक्षकों में इसे लेकर आक्रोश है । आपको बता दें गर्मी को देखते हुए केके पाठक ने सरकारी स्कूलों के समय में बदलाव कर सुबह 6 बजे से दोपहर 12 तक कर दिया है । इसे लेकर शिक्षकों में काफी नाराजगी है । अब समय सारणी में संशोधन की मांग हो रही है ।