इंजीनियरिंग छोड़ गाँव को हुए रवाना, किसान बन चमकाई किस्मत, अब अमरजीत लोगों को दे रहे रोज़गार के अवसर
कामयाबी पाने के लिए लोग अक्सर श्षर का रुख करते हैं| इसके विपरीत ही पंजाब के फरीदकोट जिले के गाँव बर्गाड़ी के मेकैनिकल इंजीनियर अमरजीत ढिल्लों ने शहर से लौटकर गाँव में सफल होकर मिसाल कायम की है| उन्होनें यह साबित कर दिया है कि अपने काम के लिए जूनून और जज्बा हो तो गाँव की मिट्टी भी शिखर तक पहुंचा सकती है|
अमरजीत ने 1990 में मेकैनिकल इंजीनियरिंग की और उसके बाद नौकरी करने लगे| नौकरी में मन नहीं लग रहा था, इसलिए अच्छे पैकेज को छोड़ गाँव में पुरखों के ज़मीन की ओर कदम बढ़ा दिए| 13 एकड़ के खेत में आधुनिक तरीके से फल और सब्जियों की खेती शुरू की| समय के हिसाब से पैदावार और मार्केटिंग का तरीका बदला| उन्हीं फलों और सब्जियों को प्राथमिकता दी, जो स्थानीय वातावरण में बेहतर तैयार हो सकती थीं|
इस तरीके से उन्होनें खेतों में फल व सब्जियों की देखरेख के लिए चार महिलाओं सहित 5 लोगों को पक्के तौर पर काम पर रखा है| वह रोज़गार के अवसर भी प्रदान कर रहे हैं|