लोजपा का संघर्ष अब जमीन पर, संघर्ष यात्रा कर सकते है चिराग
बिहार में लोजपा के टूट के बाद राजनितिक सरगर्मियां हर दिन नये करवट ले रही है. कह पाना अभी भी मुश्किल हो गया कि कौन आखिरकार स्वर्गीय रामविलास पासवान की बनाई गयी पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी का उत्तराधिकारी होगा. भाई ने दांव चल दिया है तो वही पुत्र चिराग पासवान ने भी बाजी पलटने की ठान ली है.
लोजपा में अब चाचा-भतीजा के बीच दम दिखाने का दौर शुरू हो गया है. किस में कितना है दम… वाला मामला चल रहा है. लगातार बैठकों का सिलसिला भी शुरू हो गया है. खुद को असली लोजपा बताकर एक-दूसरे को पार्टी से निकाला भी जा रहा है. यह सब कागजों पर चल रहा है. लेकिन अब ये लड़ाई जमीन का रूख कर रही है.
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एक-दूसरे के समर्थकों के पर कतरे जा रहे हैं और इसी बीच, दिल्ली से आ रही है कि चिराग पासवान अपने दिवंगत पिता रामविलास पासवान के जन्मदिन पर बड़ा ऐलान कर सकते हैं. सूत्रों की मानें तो लोजपा के संस्थापक रामविलास पासवान का अगले पखवारे जन्म दिन है. पांच जुलाई को रामविलास पासवान के जन्मदिन पर चिराग पासवान कुछ बड़ा करने की सोच रहे हैं.
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अनुमान लगाया जा रहा है कि उस दिन चिराग पासवान हाजीपुर से संघर्ष यात्रा निकालेंगे. इसकी तैयारी की जा रही है. जल्द ही इस पर फाइनल डिसीजन लिया जाएगा. लोगों से सीधा जुड़ कर रामविलास पासवान के उत्तराधिकारी के तौर पर यह लड़ाई चिराग अब सीधा जनता के बीच ले जाना चाहते हैं. हालांकि सोशल मीडिया पर और कुछ हद तक जमीन पर भी पशुपति पारस की छवि निराशाजनक रही है. इसका सीधा फायदा चिराग पासवान को हो सकता है.