“लॉक” नहीं हुए लॉक डाउन में प्लेसमेंट

 “लॉक” नहीं हुए लॉक डाउन में प्लेसमेंट

ग्राफ़िक एरा के छात्र छात्राओं को मिले 14 से 32 लाख के पैकेज

कोरोना वायरस के संक्रमण और लॉक डाउन से देश ही नहीं पूरी दुनिया गंभीर समस्याओं की चपेट में आ गई है|इस महामारी के दौर में रोजगार खोने वाले लोगों की आंकड़े भी तेज़ी से बढ़ रहे हैं| ऐसे दौर में युवाओं के लिए नौकरी के रास्ते खुलने और विश्वविधालय से प्लेसमेंट के बारे में सोचना भी गुनाह लगता है| ग्राफ़िक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी और ग्राफ़िक एरा हिल यूनिवर्सिटी से आपदा के लाखों दौरान काफी छात्रों का प्लेसमेंट होना और लाखों रूपये के पैकेज मिलना लोगों के लिए जितना हैरत है, उतना ही सुखद है| इस तरह ग्राफ़िक एरा के दोनों विश्वविधालय आपदा के वक़्त नई आशाएँ जगा रहे हैं|

कैंपस ने पूरी दुनिया पर कोविड 19 के दौरान प्लेसमेंट में ऊँची छलांग लगाकर युवाओं के सपनो पर लगे आपदा के ग्रहण को बेअसर साबित करने वाला काम किया| वहीँ ये भी साबित कर दिया कि दौर कोई भी हो, शिक्षा को उत्साहवर्धक हो सकते हैं|

ग्राफ़िक एरा के बीटेक कंप्यूटर साइंस के 4 छात्राओं अम्बर सक्सेना, प्रियंका गुजराल, इशिता वर्मा, और रविन्द्र सिंह बिष्ट को बेस्ट कम्पनी अमेज़न में 32 लाख के पैकेज मिले साथ ही लॉक डाउन में ग्राफ़िक एरा के अजय राय सिंह व दीपक सिंह बागेश्वर और मुकेश सिंह बिष्ट को 17-17 लाख रूपये के पैकेज पर प्लेसमेंट दिया गया| वहीँ नंदिनी अग्रवाल,गुंजन पॉल और पुनम पन्त को अमेज़न में चयन किया गया| 32 लाख के पैकेज एलिजिबल हो जाएंगे, इंटर्नशिप पूरी करने के बाद|

ग्राफ़िक एरा हिल यूनिवर्सिटी के छह छात्रों को जी स्केलर ने 14 लाख रूपये के पैकेज पर प्लेसमेंट ऑफर किया| अमेरिका की बिख्यात कम्पनी एडोबी में 43.95 लाख रूपये के पैकेज पर प्लेसमेंट पाने वाली ग्राफ़िक एरा की बीटेक की छात्रा अमीषा अग्रवाल भी शामिल है|व्यवस्था और भविष्य की मांग के अनुरूप टेक्नोलॉजी से युवाओं को जोड़ना इसकी कामयाबी के प्रमुख कारणों में शामिल है|

संवादाता

सुरैया तबस्सुम

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