महनार : सुप्रिया हत्याकांड पर लोगों का फूटा गुस्सा, आरोपी को पकड़कर बुरी तरह पीटा
सुप्रिया हत्याकांड को लेकर आज सोमवार को लोगों का गुस्सा फुट गया। लोगों की भीड़ ने एक संदिग्ध को पकड़ सड़क पर बुरी तरह जमकर पिटाई की। उसके बाद हाजीपुर के महनार थाने के इंचार्ज ने संदिग्ध को भीड़ से छुड़ाकर खुद को और उसे एक दुकान में बंद कर लिया। इसके बावजूद हजारों लोग की भीड़ घंटों दुकान का घेराव कर खड़ी रही। काफी मशक्कत और कई घंटे तक जूझने के बाद पुलिस ने किसी तरह संदिग्ध को अपनी हिरासत में ले लिया।
पुलिस ने लोगों के गुस्से को देखते हुए एसपी मनीष ने सुप्रिया के पिता के साथ माइक से सम्बोधित कर किसी तरह लोगों को समझाया। उसके बाद संदिग्ध को हिरासत ले लिया। पुलिस अपने साथ आरोपी को लेकर चली गई। बताया जा रहा है इस संदिग्ध का घर घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर है। घटना वाले दिन से ही वह गायब था। आज सोमवार को गुप्त सूचना के आधार पर थानेदार सादी वर्दी में उसे पकड़ने पहुंचे थे। उन्होंने सिपाहियों को कुछ दूरी पर छोड़ रखा था।इसी दौरान संदिग्ध की नज़र पुलिस पर पड़ गई तो वह भागने लगा।
पुलिस को देखते ही भाग रहे संदिग्ध को भीड़ ने पकड़ लिया और उसकी पिटाई करना शुरू कर दी। आरोपी को अपने कब्जे में लेने की कोशिश कर रहे थानाध्यक्ष से भी भीड़ की धक्का मुक्की हो हुई। इसमें थानाध्यक्ष को भी हल्की चोट आई है। भीड़ के गुस्से को देखते हुए थानाध्यक्ष ने खुद को आरोपी के साथ एक दुकान में बंद कर लिया। इसके बाद बाहर हजारों की भीड़ दुकान घेर कर खड़ी हो गई। सूचना पर समस्तीपुर के पटोरी थाने और वैशाली के कई थानों की पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई। माहौल अभी भी काफी तनावपूर्ण बना हुआ है।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि 10 वीं में पढ़ने वाली सुप्रिया रोज सुबह साढ़े चार से पांच बजे के बीच कोचिंग के लिए साइकिल से करनौती से 7 किमी दूर घटनास्थल वाले सुनसान रास्ते होते हुए पटोरी जाती थी। रोजाना के तरह 14 सितंबर को भी वह सुबह साढ़े चार बजे घर से निकली थी लेकिन कोचिंग नहीं पहुंची। घर नहीं लौटने पर परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू की।शाम को पहले फोन से फिर लिखित सूचना महनार थाना को दी। लेकिन पुलिस सक्रिय नहीं हुई। 15 सितंबर को 11 बजे दिन में एक महिला ने बरेठा बही चौर के पास पानी में अर्धनग्न अवस्था में एक लड़की की लाश उतराने की सूचना लोगों को दी। बाद में इस लाश की शिनाख्त सुप्रिया के रूप में हुई। घटना के कई दिन बाद तक हत्यारों की गिरफ्तारी न हो पाने के चलते लोग गुस्से में थे।