राजधानी पटना के हॉस्पिटलों में ब्लैक फंगस की दवा खत्म, मरीज मुसीबत में
बिहार की राजधानी पटना के आईजीआईएमएस व पटना एम्स में ब्लैक फंगस की दवाएं खत्म हो चुकी है। ब्लैक फंगस की दवाएं आवष्यकता के अनुरूप स्वास्थ्य विभाग द्वारा नहीं मिलने की वजह से दोनों अस्पातलों में ब्लैक फंगस के मरीजों की जान सांसत में अटकी हुई है। ब्लैक फंगस के आईजीआईएमएस हॉस्पिटल में 99 मरीज और पटना एम्स में 85 मरीज भर्ती है। इन मरीजों में पटना एम्स के 27 तथा आईजीआईएमएस के 40 मरीजों को ऑपरेशन किये गये है। इन मरीजों को एम्फोटेरिसिन इंजेक्शन लगाना जरूरी है। ब्लैक फंगस मरीजों में ऑपरेशन जिनका होना है वैसे लोगों को यह इंजेक्शन बहुत ही जरूरी है। लेकिन एम्स पटना में यह इंजेक्शन समाप्त हो चुका है जबकि आईजीआईएमएस में सिर्फ पांच वॉयल इंजेक्शन शनिवार का उपलब्ध थे। इस संबंध में पटना एम्स के डॉक्टर क्रांति भावना ने कहा कि इंजेक्शन नहीं रहने पर पोसाकोनाजोल टैबलेट मरीजों को दिया जा रहा हैं लेकिन पोसाकोनाजोल टैबलेट इंजेक्शन की तरह कारगर नही है। आईजीआईएमएस के अधीक्षक डॉ. कृष्ण गोपाल ने बताया कि इंजेक्शन के लिए मांग पत्र विभाग को भेजा गया है, मरीजो को इंजेक्शन आने पर लगाया जायेगा। सीएम नीतीश कुमार ने ब्लैक फंगस के ईलाज के लिए सभी मेडिकल कॉलेजों व हॉस्पिटलों में आवष्यक व्यवस्था को सुनिष्चित किए जाने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिए है। उन्होंने ट्वीट द्वारा कहा कि राज्य में ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गयी है। उन्होंने कोविड वायरस के संक्रमण से बचने को लेकर सावधान व सचेत रहना जरूरी बताया है। प्रदेश में बीते कुछ दिनों से ब्लैक फंगस के नये मामले रोजाना पाए जा रहे हैं। राज्य में 350 ब्लैक फंगस के अबतक कुल मामले दर्ज हुए हैं। पटना के आईजीआईएमएस में ब्लैक फंगस मरीजों के लिए अलग से 100 का बेड का वार्ड बनाया गया है। कई मरीजों को ब्लैक फंगस के कारण अपनी जान भी गंवानी पड़ी है। संवाददाता, ए बी बिहार न्यूज।