435 दिन से हिरासत में रही महबूबा मुफ़्ती को मिली रिहाई, कहा नहीं भूली वो काला दिन
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की चीफ और पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती को रिहाई मिल गई है। जन सुरक्षा अधिनियम (PSA) के तहत हिरासत में ली गईं मुफ्ती को मंगलवार रात को रिहा कर दिया गया। महबूबा मुफ्ती ने अपने ट्विटर अकाउंट पर ऑडियो संदेश जारी करते हुए आर्टिकल 370 के प्रावधानों को हटाए जाने को काला फैसला करार दिया और कहा कि कश्मीर का संघर्ष हर पल जारी रहेगा।
महबूबा मुफ्ती ने ट्विटर पर शेयर किए गए ऑडियो संदेश में कहा, ‘मैं आज एक साल से भी ज्यादा समय के बाद रिहा हुई हूं। 5 अगस्त 2019 के उस काले दिन का काला फैसला मेरे दिल और रूह पर छाया रहता है। मुझे यकीन है कि ऐसी ही स्थिति जम्मू-कश्मीर के लोगों की भी रही होगी। कोई भी इंसान उस दिन की बेइज्जती को नहीं भूल सकता।
जम्मू-कश्मीर से 5 अगस्त 2019 को आर्टिकल 370 के प्रावधानों को हटाने के साथ ही महबूबा मुफ्ती को पीएसए के तहत हिरासत में ले लिया गया था। तब से लेकर अब तक उनकी हिरासत की अवधि लगातार बढ़ाई जा रही थी। आखिरकार 14 महीने और आठ दिन बाद जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने उन्हें रिहा करने का फैसला किया है।
बता दें कि महबूबा जम्मू-कश्मीर की अकेली ऐसी बड़ी नेता थीं, जिन्हें अभी तक नजरबंद रखा गया था। उनके साथ ही हिरासत में लिए गए पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला को रिहा किया जा चुका था। फारूक को 15 मार्च को रिहा किया गया था तो वहीं उमर को इसके 10 दिन बाद 25 मार्च को रिहा कर दिया गया था। रिहाई के बाद उमर अब्दुल्ला ने सभी नेताओं की नजरबंदी समाप्त करने की मांग की थी।