Merry Christmas: एशिया के दूसरे सबसे बड़े चर्च में क्रिसमस की तैयारी पूरी, जानिए इस चर्च की खासियत
जशपुर जिले के कुनकुरी स्थित एशिया के दूसरे सबसे बड़े चर्च जिसे रोजरी की महारानी महागिरजाघर के नाम से जाना जाता है I इस महागिरजाघर में क्रिसमस को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है I बच्चों से लेकर बड़ों में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है I सभी को क्रिसमस का बेसब्री से इंतजार रहता है I यह इसाई धर्म के लोगों का सबसे बड़ा त्योहार है I
आपको बता दें कि जशपुर जिले में ज्यादातर ईसाई समुदाय के लोग रहते हैं, और वे सभी क्रिसमस को लेकर काफी उत्साहित हैं I कुनकुरी स्थित चर्च के अलावा पत्थलगांव स्थित चर्च जिसे हाल ही में बनाया गया है I वहां भी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं और आज शाम 7 बजे से ही मसीही समुदाय के अलावा अन्य धर्मों के लोग भी वहां जुटने वाले हैं I जशपुर जिले के कुनकुरी स्थित रोजरी की महारानी महागिरजाघर जशपुर जिला ही नहीं बल्कि देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं एवं ईसाई धर्मावलंबियों के आस्था का बड़ा केंद्र है I इस चर्च के निर्माण की परिकल्पना बिशप स्तानिसलाश के द्वारा बेल्जियम के प्रसिद्ध वास्तुकार कार्डिनल जेएम कार्सि एसजे की मदद से की गई थी I इसे बनाने में करीब 17 साल लगे हैं I
क्रिसमस के इस अवसर पर यहां पर प्रभु यीशु मसीह का चिंतन एवं उनके जन्म संस्कार में भाग लिया जाता है साथ ही इस दौरान क्रिसमस कैरोल का गायन वादन भी होता है I प्रभु यीशु मसीह के जन्म के बाद रात से ही सभी मसीही समुदाय के अलावा अन्य धर्मों के लोग भी एक दूसरे को क्रिसमस की बधाई देते हैं I 10 हजार से अधिक लोगों की एक साथ बैठक क्षमता वाले इस चर्च में क्रिसमस पर इससे कहीं अधिक लोगों की भीड़ जुटती रही है I क्रिसमस के दौरान यहां आयोजित समारोह में हर साल देश-विदेश से चार से पांच लाख लोग पहुंचते है I