नवरात्री के चौथे दिन होती है माँ कुष्मांडा की पूजा

 नवरात्री के चौथे दिन होती है माँ कुष्मांडा की पूजा

चैत्र शुक्ल पक्ष नवरात्रि 2021 का व्रतोत्सव पूरे भारतवर्ष में आस्था और श्रद्धा से मनाया जा रहा है| चैत्र नवरात्रि 2021 चतुर्थी को माता कूष्मांडा की पूजा की जाती है|

Navratri 2020 Maa Kushmanda Puja: आज है नवरात्रि का चौथा दिन, मां कूष्माण्डा  की ऐसे करें

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माता कूष्मांडा को सौरमंडल की अधिष्ठात्री देवी माना जाता है| समस्त सौरमंडल में वे निवास करती हैं| उस पर नियंत्रण रखती हैं| कहा जाता है कि मां कूष्मांडा ने ही ब्रहांड की रचना की थी| वे आदिशक्ति स्वरूपा हैं| मां के शरीर की कांति सूर्य सी स्वर्णिम है| इनके तेज से सभी दिशाएं प्रकाशित हो रही हैं| 

माँ कूष्मांडा – freeflow

मां कूष्मांडा का विग्रह अष्टभुजी है| उनके हाथों में कमल कमंडल कलश चक्र गदा धनुष बाण और जपमाला हैं| मां की सवारी सिंह है| 

शुक्ल पक्ष चतुर्थी को नियमित चर्या के उपरांत मां का ध्यान करें| उनके विग्रह की विधिवत पंचोपचार अथवा षोडशोपचार से पूजन करें| ध्यान रहे जितनी पूजा करें उसमें कम से कम त्रुटि हो| नवरात्रि 2021 पर्व शक्ति की साधना का पर्व है| इसमें साधक संकल्प और सामर्थ्य दोनों की परीक्षा होती है|

Maa Kushmanda | Navratri 2019 Day 3| Significance, puja vidhi, mantra, and  stotr path | Books News – India TV


मां कुष्माण्डा पूजा मंत्र :

कुष्मांडा: ऐं ह्री देव्यै नम:
वन्दे वांछित कामार्थे चन्द्रार्धकृतशेखराम्।
सिंहरूढ़ा अष्टभुजा कूष्माण्डा यशस्विनीम्॥



मां कूष्मांडा को धूप, गंध, अक्षत, लाल पुष्प, सफेद कुम्हड़ा, फल, सूखे मेवे और सौभाग्य का सामान अर्पित करें| हलवे और दही का प्रसाद चढ़ाएं|  मां कूष्मांडा की पूजा से रोगी निरोगी हो जाते हैं| साधक स्वास्थ्य और सौंदर्य को प्राप्त होते हैं|

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