खाने के तेल हुए महंगे, अब सरसों का तेल मिलेगा 160 रूपए में
पिछले साल के मुकाबले खाने के तेल पहले ही 25 से 33 फीसदी महंगे बिक रहे थे लेकिन अब त्योहारी सीजन में मांग बढ़ने और सरसों तेल में दूसरे तेलों की ब्लेंडिंग बंद होने से कीमतों में और उछाल आ गया है। सरसों तेल का भाव तो 160 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गया है।
आलू-प्याज के बाद अब खाद्य तेल आम आदमी की जेब ढीली कर रहा है। पिछले 1 साल के अंदर दामों में 25 से 30 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है त्योहारी सीजन में भाव में और बढ़ोतरी होने की आशंका है। पिछले साल सरकार ने पाम ऑयल के आयात पर रोक लगा दी थी जिससे इस साल पाम ऑयल का आयात 14 फीसदी गिरा है जिसका असर भाव पर साफ दिख रहा है।
खाने के तेलों के बढ़ते भाव को देखें तो 2019 में इसी समय मूंगफली के तेल का भाव 140 प्रति किलो के आसपास था जो अभी 162 रुपए के आसपास है। 2019 में इसी समय सरसों के तेल का भाव 120 प्रति किलो के आसपास था जो अभी 160 रुपए के आसपास है। 2019 में इसी समय सोयाबीन के तेल का भाव 85 प्रति किलो के आसपास था जो अभी 103 रुपए के आसपास है। 2019 में इसी समय सनफ्लावर के तेल का भाव 89 प्रति किलो के आसपास था जो अभी 130 रुपए के आसपास है। 2019 में इसी समय पाम ऑयल का भाव 67 रुपए प्रति किलो के आसपास था जो अभी 98 रुपए के आसपास है।पिछले साल की तुलना में सोयाबीन ऑयल में करीब 18 रुपए की तेजी है। जबकि सनफ्लावर तेल के दाम 40 रुपए और पाम ऑयल के दाम 31 रुपए प्रति किलो तक बढ़े हैं।