नवरात्रि राम नवमी 2022 : कब है राम नवमी? जानें पूजन के शुभ मुहूर्त और विधि
चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को राम नवमी मनाई जाती है. इस दिन कन्या पूजन का भी विधान है. मन्याता है कि इस दिन राम जी का जन्म हुआ था. इसीलिए राम जी का जन्मोत्सव देशभर में धूम-धाम से मनाया जाता है. पंचाग अनुसार नवमी तिथि 10 अप्रैल रात्रि 1 बजकर 23 मिनट से आरंभ होगी. जो कि 11 अप्रैल सुबह 3 बजकर 15 मिनट तक रहेगी. इस दिन सुकर्मा योग दोपहर 12 बजकर 4 मिनट तक है. इसके अलावा इस दिन रवि पुष्य योग, रवि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग पूरे दिन है. ऐसे में इस दिन सुबह से ही कन्या पूजन किया जा सकता है.
कन्या पूजन शुभ मुहूर्त –
नवरात्रि अष्टमी तिथि 9 अप्रैल को पड़ रही है. इसे महाअष्टमी और दुर्गाष्टमी के नाम से भी जाना जाता है. अष्टमी की शुरुआत 8 अप्रैल को रात 11 बजकर 05 मिनट पर होगी. समापन 9 अप्रैल देर रात 1 बजकर 23 मिनट पर होगा. ज्योतिष अनुसार इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 6 बजकर 2 मिनट तक है. सुकर्मा योग दिन में 11 बजकर 25 मिनट से 11 बजकर 58 मिनट तक है. दिन का शुभ मुहूर्त 11 बजकर 58 मिनट से 12 बजकर 48 मिनट तक है. इन शुभ मुहूर्त के अनुसार ही अष्टमी तिथि के दिन कन्या पूजन किया जाता है.
कन्या पूजन की विधि –
कन्या पूजन के समय जब कन्या घर पर पधारती हैं, तो स्वागत करते हुए उनके चरण धोएं. और उन्हें उचित स्थान पर बैठाएं. इसके बाद कन्याओं के माथे पर अक्षत और कुमकुम लगाएं. उनकी पूजा करते हुए मां दुर्गा का ध्यान करें. और उन्हें इच्छा अनुसार भोजन कराएं. भोजन के बाद कन्याओं को सामर्थ्य के मुताबिक दक्षिणा या उपहार दें और पैर छूकर आशीर्वाद लें और उन्हें विदा करें.