बिहार में टूट सकता है एनडीए गठबंधन, लोजपा का नारा होगा- ‘मोदी से कोई बैर नहीं, नीतीश तेरी खैर नहीं’
बिहार में विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान हो चुका है, लेकिन महागठबंधन से लेकर एनडीए के बीच सीटों का बंटवारा नहीं हो पाया है। ऐसे में सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि आज शाम को राम विलास पासवान की पार्टी लोजपा खुद को एनडीए से अलग होने का ऐलान कर सकती है।
इसके साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि लोजपा ने जेडीयू के उम्मीदवारों वाली 143 सीटों पर अकेले लड़ने का निर्णय किया है।
सूत्रों ने बताया कि आज शाम की बैठक के बाद लोजपा 56 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर सकती है। जानकारी मिल रही है कि बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से चिराग पासवान पांच बार मिल चुके हैं, लेकिन सीट बंटवारे को लेकर कोई सहमति नहीं बन पाई है। बीजेपी लोजपा को केवल 15 सीटें देना चाहती है, जबकि लोजपा 42 सीटें मांग रही है।
वहीं इस मामले में एनडीए की तीसरी पार्टी जेडीयू कह चुकी है कि उसका लोजपा से गठबंधन नहीं, बीजेपी अपने हिस्से से सीटें उसको दें। सूत्रों ने बताया कि जेडीयू और बीजेपी के बीच भी सीट बंटवारे को लेकर खटपट जारी है, क्योंकि जेडीयू अकेले बीजेपी से ज्यादा सीटों पर लड़ना चाहती है, लेकिन दोनों दलों में अभी तक सहमति नहीं बन पाई है।
सूत्रों ने बताया कि लोजपा गठबंधन टूटने पर बीजेपी के खिलाफ उम्मीदवार नहीं उतारेगी। लोजपा अपने उम्मीदवारों को बीजेपी के साथ गठबंधन के तौर पर पेश करेगी। लोजपा 143 सीटों पर मोदी, रामविलास पासवान और चिराग के नाम पर लड़ेगी। यह वही सीट होंगी जिनपर जेडीयू अपना उम्मीदवार उतारेगी।
लोजपा ने बीजेपी के खिलाफ अपना कोई उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया है।
हालांकि बताया जा रहा है कि अगर लोजपा ने ऐसा किया तो इससे जेडीयू और बीजेपी के बीच भी विवाद हो सकता है। सूत्रों ने बताया कि बिहार में एनडीए से अलग होने के बाद भी केंद्र में लोजपा-बीजेपी गठबंधन जारी रहेगा और पासवान मंत्री बने रहेंगे।
इसके साथ ही गठबंधन टूटने से पहले लोजपा ने सभी तैयारियाँ पूरी कर ली हैं। पार्टी की तरफ से प्रदेश में नया नारा भी तैयार कर लिया है, ‘मोदी से कोई बैर नहीं, नीतीश तेरी ख़ैर नहीं।’
सूत्रों ने बताया कि आज शाम की बैठक के बाद लोजपा 56 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर सकती है। जानकारी मिल रही है कि बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से चिराग पासवान पांच बार मिल चुके हैं, लेकिन सीट बंटवारे को लेकर कोई सहमति नहीं बन पाई है। बीजेपी लोजपा को केवल 15 सीटें देना चाहती है, जबकि लोजपा 42 सीटें मांग रही है।
वहीं इस मामले में एनडीए की तीसरी पार्टी जेडीयू कह चुकी है कि उसका लोजपा से गठबंधन नहीं, बीजेपी अपने हिस्से से सीटें उसको दें। सूत्रों ने बताया कि जेडीयू और बीजेपी के बीच भी सीट बंटवारे को लेकर खटपट जारी है, क्योंकि जेडीयू अकेले बीजेपी से ज्यादा सीटों पर लड़ना चाहती है, लेकिन दोनों दलों में अभी तक सहमति नहीं बन पाई है।
सूत्रों ने बताया कि लोजपा गठबंधन टूटने पर बीजेपी के खिलाफ उम्मीदवार नहीं उतारेगी। लोजपा अपने उम्मीदवारों को बीजेपी के साथ गठबंधन के तौर पर पेश करेगी। लोजपा 143 सीटों पर मोदी, रामविलास पासवान और चिराग के नाम पर लड़ेगी। यह वही सीट होंगी जिनपर जेडीयू अपना उम्मीदवार उतारेगी। लोजपा ने बीजेपी के खिलाफ अपना कोई उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया है।
हालांकि बताया जा रहा है कि अगर लोजपा ने ऐसा किया तो इससे जेडीयू और बीजेपी के बीच भी विवाद हो सकता है। सूत्रों ने बताया कि बिहार में एनडीए से अलग होने के बाद भी केंद्र में लोजपा-बीजेपी गठबंधन जारी रहेगा और पासवान मंत्री बने रहेंगे।
इसके साथ ही गठबंधन टूटने से पहले लोजपा ने सभी तैयारियाँ पूरी कर ली हैं। पार्टी की तरफ से प्रदेश में नया नारा भी तैयार कर लिया है, ‘मोदी से कोई बैर नहीं, नीतीश तेरी ख़ैर नहीं।’
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