गांधी जयंती 02 अक्टूबर के अवसर पर प्रशांत किशोर “जन सुराज पार्टी ” नाम से राजनीतिक पार्टी की घोषणा करेंगे
बापू सभागार में भारी भीड़ जुटा कर प्रशांत किशोर ने एनडीए और महागठबंधन के लिए खतरे की घंटी बजा दी
पूर्व आईपीएस अधिकारी आनंद मिश्रा और कर्पूरी ठाकुर की पोती डॉ. जागृति के साथ ही राजद और जदयू के कई पूर्व विधायक भी कार्यक्रम में शामिल
पटना/29 जुलाई 2024 :: राजधानी पटना के बापू सभागार में रविवार 28 जुलाई को जन सुराज की सभा की गयी. इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में प्रदेश के गांव और शहर से लोग जुटे थे. काफी समय से जन सुराज के मुखिया प्रशांत किशोर ने गांव गांव और शहर शहर जाकर, जो अपनी लंबी पदयात्रा की थी, उसका परिणाम आज बापू सभागार में कार्यकर्ताओं के हजारों हजार के भीड़ के रूप में दिखी.
इस कार्यक्रम में बिहार के बड़े-बड़े चेहरों ने अभियान से जुड़ने का ऐलान किया. इनमें राजद और जदयू के पूर्व विधायक के अलावा चर्चित पूर्व आईपीएस अधिकारी आनंद मिश्रा और कर्पूरी ठाकुर की पोती डॉक्टर जागृति भी शामिल है. सभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने घोषणा किया कि वो पार्टी में किसी पद के लिए चुनाव नहीं लड़ेंगे.
2025 में बनाएंगे सरकारः जन सुराज के संस्थापक और पदयात्रा अभियान के प्रणेता प्रशांत किशोर ने कहा कि वे जन सुराज के न तो नेता थे और न आगे रहेंगे. वे गांव से सही लोगों को चुन रहे हैं और उसी सही लोगों के बीच से बिहार का नेता, सभी कार्यकर्ताओं की सहमति से बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि बिहार में 2029 नहीं 2025 में सरकार बनाएंगे और तब नये बिहार के निर्माण का कार्य शुरू किया जाएगा.
जन सुराज के मुखिया प्रशांत किशोर ने कहा कि जन सुराज पूरी तरह जनतांत्रिक व्यवस्था से अपने नेता का चुनाव करेगा. जन सुराज के अध्यक्ष की कार्यावधि एक वर्ष की होगी. तथा बारी बारी से सभी वर्गों जिसमें दलित, मुस्लिम,अति पिछड़ा, पिछड़ा और सवर्ण जातियां शामिल हैं को प्रदेश का नेतृत्व सौंपा जाएगा. यह भी प्रस्ताव पारित किया गया कि समाज में सबसे पिछड़ा, अशिक्षित और कमजोर वर्ग दलित समाज है इसलिए पहला प्रदेश अध्यक्ष दलित समाज से बनाया जाएगा.
सात सदस्यीय कमेटी करेगी चुनावः प्रशांत किशोर ने घोषणा की कि आगामी दो अक्टूबर को एक करोड़ संस्थापक सदस्यों में से डेढ़ लाख संगठन के पदाधिकारियों की मौजूदगी में जन सुराज राजनीतिक दल के रूप में परिवर्तित होगा. जिसका नाम जन सुराज पार्टी होगी. आज़ की कार्यशाला में सात सदस्यीय चुनाव समिति की घोषणा की गई, जिसमें पूर्व वैज्ञानिक ई आर एन सिंह, पूर्व शिक्षक डॉ भूपेंद्र यादव, अधिवक्ता गणेश राम, डाक्टर मंज़र नसीम, पूर्व आइएएस अरविंद सिंह, पूर्व आईएएस सुरेश कुमार शर्मा एवं श्रीमती स्वर्णलता सहनी शामिल हैं.
इस अवसर पर 131 सदस्यीय संविधान समिति की भी घोषणा की गई, जो जन सुराज पार्टी के संविधान निर्माण में अपनी भूमिका निभाएंगे. प्रशांत किशोर ने एक घोषणा कर बापू सभागार में मौजूद तमाम कार्यकर्ताओं और नेताओं को चौंका दिया कि वह किसी भी पद के लिए चुनाव नहीं लड़ेंगे. चुनाव वही कार्यकर्ता लड़ पाएगा जो 5000 सक्रिय सदस्य बनाएगा. इसके लिए प्रशांत किशोर ने कार्यकर्ताओं से सहमति भी ली.
कुल मिलाकर जन सुराज के मुखिया प्रशांत किशोर ने जन सुराज पार्टी के लिए जो रणनीति तैयार की है वह देखने में तों बहुत सुंदर लग रहा है, परंतु यह आने वाला समय तय करेगा कि दूसरे पार्टियों की रणनीति तय करने वाले प्रशांत किशोर स्वयं अपनी पार्टी के लिए रणनीति बनाने पर कितने सफल होते हैं.