बिहार में एक बार फिर शिक्षा का मंदिर हुआ कलंकित, मगध विश्वविद्यालय के कुलपति के ठिकानों पर विजिलेंस की छापामारी
बिहार में एक बार फिर शिक्षा का मंदिर कलंकित हुआ है। जिसके जिम्मेदार सर्वोच्च शिक्षण संस्थान विश्वविद्यालय के सबसे बड़े पदाधिकारी कुलपति हैं। यह मामला मगध विश्वविद्यालय का है जिसके कुलपति प्रो राजेन्द्र प्रसाद के ठिकानों पर स्पेशल विजिलेंस की टीम छापामारी कर रही है। कार्रवाई में एक विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार भी शामिल हैं। पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार जितेंद्र कुमार के ठिकानों पर भी स्पेशल विजिलेंस का छापा की जा रही है।
जानकारी के अनुसार, यह मामला अवैध खरीददारी और फायदा पहुंचाने के लिए रिश्तेदारों की एजेंसी को काम देने का है। राजेन्द्र प्रसाद पर 20 करोड़ की अवैध खरीद का मामला सामने आया है। प्रो. राजेंद्र प्रसाद समेत 3 के खिलाफ अनियमितता के मामले में स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने IPC की धारा 120बी, 420 और आर डब्लू के सेक्शन 12,13 और 13बी के साथ साथ पीसी ऐक्ट 1988 के तहत मुकदमा दर्ज करवाया है। इसी के तहत कार्रवाई करते हुए स्पेशल विजिलेंस की 3 टीम काम कर रही है। कुलपति के यूपी के गोरखपुर स्थित उनके पैतृक आवास पर छापेमारी कर रही है। इसके साथ ही बोधगया में 2 ठिकानों पर छापेमारी की गई है। बोधगया में स्थित आवास और कार्यालय पर भी रेड डाला गया है।
आपको बता दें विजिलेंस विभाग के ADG नैयर हसनैन खां ने बताया है कि पटना की स्पेशल निगरानी टीम ने फरवरी 2021 में एक कांड दर्ज किया था। जिसके तहत बोधगया के मगध विवि के कुलपति राजेन्द्र प्रसाद, कुलपति के नीजी सचिव सह असिस्टेंट सुबोध कुमार, लखनऊ की एक प्रिंटिंग कंपनी पूर्वा ग्राफिक्स एन्ड ऑफसेट, एक्सएलआईसीटी सॉफ्टवेयर, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय आरा के फाइनेंस अ़फसर ओमप्रकाश सिंह तथा पाटलिपुत्रा विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार जीतेन्द्र कुमार के खिलाफ कांड दर्ज किया था। इसी केस में मगध विवि के कुलपति के खिलाफ निगरानी कोर्ट से सर्च का आदेश मिला था जिसके आधार पर यह कार्रवाई हो रही है।