भगवान की कृपा से मिलता है भागवत कथा सुनने का अवसर:हनुमान जी गोयल
पटना: श्रीमद्भागवत के प्रारंभ में देवताओं का आवाहन पूजन भव्य कलश यात्रा संपन्न हुआ कथा में श्रीमद्भागवत की महात्म की चर्चा करते हुए आचार्य डॉक्टर चंद्र भूषण जी मिश्र ने कहा कि पूर्वजों की प्रेरणा भगवान की कृपा और संस्कार जब एकत्रित होते हैं तब भागवत का आयोजन होता है मुख्य जजमान श्री हनुमान जी गोयल ने अपने परिवार के वरिष्ठ लोगों को आमंत्रित कर आयोजन को आदर्श बनाया वयोवृद्ध बसंत लाल गोयल पटना ही नहीं दिल्ली के भी सभी धार्मिक संस्थाओं में मात्र सहयोग ही नहीं करते जिम्मेवारी के साथ उसका निर्वाहन करते हैं।
श्री मातादीन जी गोयल समाज के पुराने सत्संगी है जिन्होंने समाज के कार्यों में अपना विशिष्ट स्थान बनाया है इन लोगों के बीच में कथा करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है, महाभारत की भूमिका का चर्चा करते हुए आचार्य जी ने कहा अंधे दृष्ट राष्ट्र के मोह के कारण विशाल युद्ध हुआ जिसमें भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को माध्यम बनाकर गीता जी का उपदेश किया आज गीता विश्व स्तर पर एक प्रमाणिक ग्रंथ माना जाता है कुंती, द्रौपदी, उत्तरा, सुभद्रा के साथ-साथ भीष्म पितामह को चरित्र का विशेष बखान किया गया है।
श्री विदुर जी महाभारत के प्रांतों में सर्वश्रेष्ठ माने जाते हैं,आज विदुर नीति पर अनेक शोध किए जा रहे हैं, भागवत वन को सही ढंग से जीने और समाज को सुदृढ़ बनाने का उपदेश करता है भागवत में 18000 श्लोक है जिसका संक्षिप्त रूप से सात रोज में सुनाई जाती है।
परम पूज्य शास्त्र पोशाक शास्त्र पोषक “आचार्य डॉक्टर चंद्र भूषण जी मिश्र” के श्रीमुख से श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ 29 अक्टूबर से 4 नवंबर 2022 दोपहर 3:00 से सायं 6:00 बजे कथा स्थल निवास हनुमान सहाय गोयल, प्रेमलता गोयल।
4 तल्ला महावीरा एंक्लेव प्रेमा हौंडा शोरूम के पीछे वाली बिल्डिंग होटल रिपब्लिक के बगल की गली एग्जिबिशन रोड पटना 800001,
संपर्क:9431015085,9334724969,9835284188,9905053001, आचार्य डॉक्टर चंद्र भूषण जी मित्र ने हमें बताया कि भागवत कथा में आज साधना की चर्चा हुई व्यक्ति जन्म अपने को चारों तरफ से समेट कर भगवान में मन लगाते हैं तब आनंद की प्राप्ति होती है।
भगवान का अवतार हर क्षण होते रहता है इसलिए जब आदमी बेचैन हो जाता है तो भीतर से भागवत पड़ने के कारण ही शांति प्राप्त हो जाती है।आयोजन में अहम भागीदारी में कुमार बसंत लाल गोयल, महावीर प्रसाद अग्रवाल, सुरेश प्रसाद, गिरिराज प्रसाद गोयल,मातादीन गोयल,विनोद कुमार चौधरी,इंद्रराज अग्रवाल,अजय गोएंका,विजय कुमार गुप्ता,बिनोद झुनझुनवाला,सुशील सुंदर का,पुष्प देवी मित्तल