ऑक्सीजन संकटः राजधानी दिल्ली के बत्रा अस्पताल में डॉक्टर सहित आठ मरीजों की मौत
देश की राजधानी दिल्ली के बत्रा हॉस्पिटल में ऑक्सीजन कमी की वजह से डॉक्टर सहित आठ मरीजों की मौत हो गयी है। मृतकों में अस्पताल के एक डॉक्टर भी शामिल है। वे अस्पताल में गैस्ट्रोएंटेरोलॉजी विभाग के एचओडी थे। वे कोरोना वायरस से संक्रमित थे, और उनका ईलाज इसी अस्पताल में किया जा रहा था। कुछ दिनों से दिल्ली हाईकोर्ट का ऑक्सीजन की समस्या को लेकर सुनवाई जारी है।
राजधानी दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने डॉक्टर सहित आठ मरीजों के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि यह बहुत ही पीड़ादायी सूचना है। केजरीवाल ने केंद्र सरकार से दिल्ली कोटे की ऑक्सीजन दिए जाने की मांग की है। राजधानी दिल्ली को ऑक्सीजन 976 टन चाहिए।
दिल्ली हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार से पूछा कि दिल्ली में ऑक्सीजन राजस्थान से क्यों नहीं आने दिया जा रहा है। ऑक्सीजन का अस्पतालों में नहीं होना एक गैर जिम्मेदाराना है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि राजधानी दिल्ली को ऑक्सीजन आवष्यकता के अनुसार नहीं दिया जा रहा है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने मीडिया को बताया कि 976 टन दिल्ली के लिए ऑक्सीजन की आवष्यकता है। लेकिन दिल्ली के लिए ऑक्सीजन 490 टन ही आवंटित किया गया है। बीते दिन शुक्रवार को राजधानी दिल्ली में 312 टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की गई थी। उन्होंने दिल्ली के लिए और ऑक्सीजन उपलब्ध कराने की मांग की है।
इसी बीच आज ऑक्सीजन एक्सप्रेस पष्चिम बंगाल के दुर्गापुर से ऑक्सीजन टैंकर दिल्ली रवाना हुई है। शनिवार को पीयूष गोयल रेल मंत्री ने कहा कि तरल चिकित्सीय ऑक्सीजन दिल्ली में कोरोना संक्रमित मरीजों को मुहैया कराने के लिए बंगाल के दुर्गापुर से ऑक्सीजन टैंकर रखे गये है। संवाददाता, ए बी बिहार न्यूज।