क्यों पाकिस्तान की तरफ से इंटरनेशनल मैच खेलना चाहता है एक सिख गेंदबाज़?

 क्यों पाकिस्तान की तरफ से इंटरनेशनल मैच खेलना चाहता है एक सिख गेंदबाज़?

हम सभी जानते हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच जब भी क्रिकेट का मैच होता है, तो एक रोमांच की लहर उठ पड़ती है| लेकिन पिछले कुछ दिनों में दोनों देशों ने सिर्फ आईसीसी के बड़े मुकाबलों में खेला है। युवा पाकिस्तानी तेज गेंदबाज महिंदर पाल सिंह का सपना है कि वह अपने देश के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने वाले सिख समुदाय के पहले व्यक्ति बनें और भारत के खिलाफ खेलते हुए प्रसिद्धि हासिल करें।
20 साल के महिंदर ने कहा, ‘मेरे लिए पाकिस्तान के लिए भारत के खिलाफ क्रिकेट के किसी भी स्तर पर खेलना बहुत मायने रखता है। अगर आप किसी भी क्रिकेटर से पूछेंगे तो वह कहेगा कि वह उच्च दबाव वाले मैचों में खेलना चाहता है, जो कि एक बड़ा मौका है और जिस पर पूरी दुनिया की नजरें होंगी। भारत बनाम पाकिस्तान मैच हमेशा एक विशेष अवसर होता है।

मैं भविष्य में अपने क्रिकेट करियर में कभी इस अवसर का हिस्सा बनना पसंद करूंगा। मैं एक ऐसे मैच में नायक कहलाना पसंद करूंगा, जो एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ हो और जिसे दुनिया भर के प्रशंसक देख रहे हों। भारत के पंजाब में मेरे रिश्तेदार हैं। मेरे कई रिश्तेदार वहां रहते हैं जिनसे हम नियमित रूप से मिलते हैं। साथ ही भारत में मेरे बहुत सारे प्रशंसक हैं, खासकर पंजाब में, जो हमेशा मुझे शुभकामनाएं देते हैं और कहते हैं कि अगर मैं कभी पाकिस्तान के लिए खेला तो वे उन मैचों में मेरा और पाकिस्तान का समर्थन करेंगे।’
इस तेज गेंदबाज ने वकार यूनुस को अपना आदर्श बताया हैं। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) द्वारा घरेलू ढांचे को बदलने और विभागीय टीमों को खत्म करने के निर्णय के बाद सिंह को नुकसान उठाना पड़ा है। उन्होंने कहा, ‘मैं पिछली बार ग्रेड दो में खेला था, लेकिन दुर्भाग्य से कई खिलाड़ी, जो विभागों के लिए खेल रहे हैं उन्हें अनुबंध का प्रस्ताव नहीं दिया गया।’

संबंधित खबर -