पटना : सीता नवमी पर मातृशक्ति दुर्गावाहिनी द्वारा शक्ति स्वरूपा माता सीता नृत्य नाटिका का किया गया आयोजन
पटना के कालिदास रंगालय में सीता नवमी के अवसर पर मातृशक्ति दुर्गावाहिनी द्वारा शक्ति स्वरूपा माता सीता नृत्य नाटिका मंचन का आयोजन किया गया I जगन्नाथ शाही केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल द्वारा माता सीता के जीवन चरित्र पर बौद्धिक दिया गया।शक्ति स्वरूपा हैं माता सीताl जगन्नाथ शाही ने माता सीता के जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते हुये कहा कि माता सीता शक्ति स्वरूपा थी, उनके जैसा तीनों लोको में कोई न हुआ है न होगा।
प्रांत संयोजिका डॉ शोभा रानी ने कहा कि सीता नारी सशक्तीकरण का सबसे प्रमुख उदाहरण हैं। डॉ शोभा रानी ने कहा कि माता सीता के जीवन चरित्र से नारियों को यह शिक्षा मिलती है कि भारतीय नारियां हर रूप में सक्षम होती है और अपनी क्षमता का प्रदर्शन उचित समय पर ही करती है।प्रभू आपने रावण का वध कर संसार को राक्षसों के अत्याचार से मुक्ति दिलायी है। प्रभू आपको कोटी-कोटी वंदन, सीता मंद-मंद मुस्काती हैI प्रभू राम पूछते हैं सीते क्यों मुस्करा रही हो ?
सीता: प्रभू आपने दशानन रावण का वध से यशोगान हो रहा है। अगर आपने सहस्त्रानन रावण का वध किया होता तो मेरा ह्रदय प्रफुल्लित होता। राम सहस्त्रानन रावण का वध करने निकलते हैं और रावण के एक वाण से मुर्छित हो जाते हैं और माता सीता ने अस्त्र चलाकर रावण का वध करती है…. इसके साथ ही कालीदास रंगालय का सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठता है।
आपको बता दें मौका था सीता नवमी पर मातृशक्ति दुर्गावाहिनी पटना महानगर आयोजित शक्ति स्वरूपा माता सीता नृत्य नाटिका के मंचन का। नाटक का निर्देशन रवि मिश्रा और संगीत निर्देशन लक्ष्मी मिश्रा, पटकथा संवाद डॉ शोभा रानी ने किया। कार्यक्रम में संगठन मंत्री चिरंजन कुमार, विश्व हिन्दू परिषद, पटना महानगर के मंत्री गौरव अग्रवाल, सह संयोजिका अनिता सिंह,मिडिया प्रभारी विभा सिंह के साथ कई लोग मौजूद रहे।