पेपाल भारत में घरेलू भुगतान सेवाओं को बंद करेगा
अमेरिकी डिजिटल भुगतान समाधान प्रदाता पेपाल ने घोषणा की कि वह 1 अप्रैल, 2021 से भारत के भीतर घरेलू भुगतान सेवाओं की पेशकश बंद कर करेगा।
- पेपाल ने आगे कहा है कि यह अब भारतीय व्यवसायों के लिए अधिक अंतरराष्ट्रीय बिक्री को सक्षम करने पर ध्यान केंद्रित करेगा।
- गौरतलब है कि पेपाल ने वर्ष 2020 में 6 लाख से अधिक भारतीय व्यापारियों के लिए 1.4 बिलियन डॉलर अंतरराष्ट्रीय बिक्री की प्रोसेसिंग की थी।
- इस प्रकार, कंपनी ने भारत में घरेलू उत्पादों से ध्यान हटाने का फैसला किया है।
निर्णय के साथ, पेपाल भारत के भीतर घरेलू भुगतान सेवाओं की पेशकश करने में सक्षम नहीं होगा। लेकिन कंपनी अब दुनिया भर में भारतीय व्यवसायों को 350 मिलियन पेपाल उपभोक्ताओं तक पहुंचने और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनकी बिक्री बढ़ाने के लिए उत्पाद विकास में निवेश करेगी। यह निर्णय, भारतीय अर्थव्यवस्था में वृद्धि लाने में मदद करेगा।
इस मुद्दे पर उच्च न्यायालय का रुख
- दिल्ली उच्च न्यायालय ने अमेरिकी ऑनलाइन भुगतान गेटवे पेपाल की याचिका पर वित्तीय खुफिया इकाई (एफआईयू) की प्रतिक्रिया मांगी है।
- अपनी याचिका में, मनी लॉन्ड्रिंग कानून के उल्लंघन के लिए पेपाल ने 96 लाख रुपये के जुर्माने को चुनौती दी थी।
- इस प्रकार जस्टिस प्रतिभा एम. सिंह ने एफआईयू को नोटिस जारी किया और 26 फरवरी तक पेपाल की याचिका पर अपना पक्ष रखने के लिए कहा था।
- भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को भी इस मामले में एक पक्ष बनाया गया है।
- कोर्ट ने RBI और वित्त मंत्रालय को निर्देश दिया है कि पेपाल जैसी इकाई को एक रिपोर्टिंग एजेंसी के रूप में माना जा सकता है या नहीं, इस बारे में नीतिगत निर्णय लेने के लिए एक समिति बनाई जाएगी।
- कोर्ट ने यह भी पूछा कि क्या उन्हें धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) द्वारा नियंत्रित किया जाता है।
पेपाल
यह एक अमेरिकी कंपनी है जो एक ऑनलाइन भुगतान प्रणाली का संचालन करती है।
यह लेनदेन करने के लिए चेक और मनी ऑर्डर के लिए एक इलेक्ट्रॉनिक विकल्प के रूप में भी कार्य करता है।