डूबते को तिनके का सहारा बन रहें हैं घटारो जन-नेता ललन साह

 डूबते को तिनके का सहारा बन रहें हैं घटारो जन-नेता ललन साह

वैशाली जिला पूरी तरह से अतिक्रमण और उसकी वजह से होने वाले भीषण जलजमाव की चपेट में है. ऐसे में जीते हुए जनप्रतिनिधियों को आपदा से ज्यादा इस बात की चिंता है कैसे सरकारी राजस्व से आपदा राहत के नाम पर पैसे निकाले जाए और फिर उसमें ठेकेदारों के साथ मिली भगत कर हिस्सा बांटा जाए. ऐसे में कुछ लोग जनता के बीच पहुँच रहें है और उनके लिए डूबते को तिनके का सहारा बन रहें हैं. घटारो जन-नेता ललन साह (Lalan Sah) भी इस मुसीबत में जनता के बीच हैं.

लालगंज  के जाफराबाद के बाँध टूट जाने के वज़ह से लालगंज सहित अनेकों क्षेत्र बाढ़ से प्रभावित है. अमूमन सभी मार्गो और पंचायतों में घुटने से कमर भर तक पानी लगा है. लोग खाने को तरस रहे है और उन्हें एक मदद की उम्मीद है, जिसकी वो राह देख रहे है. बीती रात को बाढ़ का पानी बढ़ता हुआ घटारो मध्य पंचायत में भी प्रवेश कर गया, जिसके कारण घटारो मध्य पंचायत का वार्ड नंबर 9 और 10  बुरी तरह प्रभावित हुआ है। वार्ड 13 में भी पानी का प्रकोप देखा गया है.

बाढ़ के कारण आम लोग दैनिक जरूरतो की चीजो से वंचित हो गये है, जिसको पूरा करने की एक मजबूत कोशिश राष्ट्रीय जनता दल के आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव ललन साह (Lalan Sah) ने की है. ललन साह (Lalan Sah) के द्वारा बाढ़ पीड़ितो के बीच राहत सामाग्री का वितरण किया गया। कमर भर पानी में उतर कर ललन साह (Lalan Sah) बाढ़ पीड़ित के दरवाजे पर पहुंचे और उन्हें खाने का सामान दिया.

आपको बता दें कि ललन साह (Lalan Sah) के इस प्रयास की सराहना हो रही है और लोगो में ये चर्चा का विषय है कि जिस प्रतिनिधि को उन्होंने चुना वह आज नदारत है लेकिन उन प्रतिनिधियों को चुनौती देने वाले ललन साह (Lalan Sah) आज भी जनता के बीच है.  

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