पर्यावरण को शुद्ध रखने में पौध नर्सरी की भी है महत्वपूर्ण भूमिका

 पर्यावरण को शुद्ध रखने में पौध नर्सरी की भी है महत्वपूर्ण भूमिका

भारतवर्ष में पौध नर्सरी की संख्या भी पिछले कुछ वर्षों में बहुत तेजी से बढी है जो देश के कृषि और बागवानी क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है| हमारी भारत सरकार ने भी कृषि और बागवानी में पौध नर्सरी को बहुत महत्व दिया है और उनके विकास को बढ़ावा देने के लिए कई पहल की हैं इसमें अनुसंधान और विकास केंद्र स्थापित करना है I

इसके अलावा वित्तीय सहायता प्रदान करना प्रशिक्षण कार्यक्रमों की पेशकश करना और पौध नर्सरींयों की स्थापना और संचालन करने के लिए अनुकूल नीतियों और नियम बनाना शामिल है पर्यावरण संरक्षण के बारे में बढ़ती जागरूकता के साथ देशी और लुप्तप्राय पौधों की प्रजातियाँ की मांग बढ़ रही है भारत में कई पौधों की नर्सरींयों ने देशी और लुप्तप्राय पौधों की प्रजातियों के उत्पादन में विशेषज्ञता हासिल करके इस को मांग पूरा किया है जिससे उनके संरक्षक और बहाली के प्रयासों में योगदान दिया है I

बुलंदशहर में भी भूड़ चौराहे पर स्थित यूनिक नर्सरी है जिसमें ज्यादातर पौधों की उपलब्धता है द्रोण रथ व ग्लोबल न्यूज 24×7 के सह संपादक संजय गोयल से बातचीत में यूनिक नर्सरी के मलिक इस्ताक भाई ने बताया कि हम कोलकाता और भी बहुत दूर- दूर से भी पौधे मंगाकर अपनी नर्सरी में रखते हैं| हमारे यहां शहर से भी और आसपास के गांव से भी लोग पौधे खरीदने आते हैं I

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