बिलासीपारा महाकालेश्वर शिव मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह,भोले के भक्तो में उत्साह

 बिलासीपारा महाकालेश्वर शिव मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह,भोले के भक्तो में उत्साह

पश्चिमी असम के सुप्रसिद्ध वाणिज्य का केंद्र धुबरी जिलाधीन बिलासीपारा शहर बृहस्पतिवार के दिन ढोल नगाड़े गीत संगीत भजन कीर्तन से गूंज उठी। लाल, पीली , बसंती और रंग बिरंगी साड़ी परिधान किए हुए महिलाओ द्वारा निकाली गई कलश यात्रा देख कर भक्तो में आनंद का ठिकाना न रहा। अनगिनत महिलाएं सर पे जल लिए सजावट कलश यात्रा अपने आप में बहुत एक बेहतरीन नजारा था।

देखने वाले दूर दूर तक अपनी नयन गराय देखते रह गाय। महिलाओ के साथ साथ पुरुषों ने भी हाथो में जटाधारी, तिरशुल धारी डंबरूवाले देवो की देब महादेव की फोटो युक्त लहारत हुई झंडा लिए इस यात्रा में शामिल होने की नजारा बेहद खुश नुमा हो उठा । बिलासीपारा पुब क्षेत्र के पूर्व विधायक तथा असम सरकार के मार्केटिंग कॉर्पोरेशन विभाग अध्यक्ष ड० अशोक कुमार सिंघी के अगुआई में बियासीपारा के अंतर्गत बानियापारा भाषाणी घाट के समीप सदियों से बहती हुई गौरां नदी के जलधारा से गंगा जल के रूप में पानी भर के तपती हुई धूप में तकरीबन तीन किलोमीटर की दूरी तय करते हुए इस शिव मंदिर तक यह कलश यात्रा पहुंची।

बिलासीपारा म्युनिसिपल बोर्ड से कुछी दूरी पर स्थित भाजपा नेता तथा कर्मयोगी पूर्व विधायक अशोक कुमार सिंघी के स्वर्गीय पिता जय चंद लाल सिंघी के जमीन पे सन 2012 के 12 जुलाई में श्री श्री महाकालेश्वर नामक इस शिव मंदिर का निर्माण करवाया गया था बोलकर पूर्व विधायक अशोक कुमार सिंघी ने सूचित किया है। मगर इन दिनों इसी मंदिर को कायाकल्प कर नई मूर्ति की स्थापना श्री सिंघी के माताश्री मानक देवी सिंघी और श्री गौतम कंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड तथा सिंघी परिवार के तरफ से किया गया है। इसी नई मूर्ति को विधिवत अगले 21 अगस्त सोमवार के दिन मंगलमय मुहूर्त में साधु संत तथा पंडितो द्वारा “प्राण प्रतिष्ठा” किया जाएगा।

इस मांगलमय आयोजन के कार्यकर्म में 17 अगस्त बृहस्पतिवार के दिन कलश यात्रा के पश्चात शाम 4:30 बजे से भजन कीर्तन , बीच में दो दिन के बाद अगले 20 अगस्त रविवार के शाम 6:30 बजे से सांध्य आरती के साथ साथ सुनीपुण कलाकारों द्वारा एक भजन संगीत का भी आयोजन किया जाएगा। और अंत में 21अगस्त के सोमवार के दिन नई मूर्ति स्थापिन के उपलक्ष में महासनान , पूजा अर्चना, जलाभिषेक, नगर परिक्रमा,यज्ञ और पूर्णाहुति संपन्न तथा महाप्रसाद वितरण का महा आयोजन किए जाएंगे। इस कार्यकर्म में बड़े पैमाने में भोले शंकर की भक्त शामिल होंगे।

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