प्रधानमंत्री मोदी का ईमानदार करदाताओं को तोहफा
प्रधानमंत्री मोदी ने आज अपने संबोधन में नए प्लेटफार्म – पारदर्शी कराधान – ईमानदार का सम्मान (ट्रांसपेरेंट टैक्सेशन होनौरिंग थे ऑनेस्ट) लौंच कर ईमानदार करदाताओं को एक ख़ास सौगात दी | इसका मुख्य मकसद करदाताओं की जटिलता को कम कर आसान बनाना है | प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि भारत के लिए सरल और पारदर्शी कराधान व्यवस्था उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास किया गया है |टैक्स पेयर चार्टर लागु करने का ऐलान जिसका मकसद इनकम टैक्स विभाग एवं करदाताओं के बीच विश्वास को बढ़ाना तथा टैक्स पेयर्स की परेशानी को कम कर अधिकारीयों की जवाबदेही कम करना है |
इस प्लेटफार्म का मकसद करदाताओं का फसलेस असेसमेंट एवं फसलेस अपील जिससे टैक्स देने में आसानी |
प्रधानमंत्री ने कहा कि इनमें कुछ सुविधा वर्तमान समय से लागु हो गयी है तथा पूरी सुविधा 25 सितम्बर 2020 से लागु होगी | प्रधानमंत्री मोदी इस नए प्रोग्राम का मुख्य फोकस व्यकिगत करदाताओं पर है | प्रधानमंत्री ने कहा कि 2012 – 2013 में जितने रिटर्न फाइल होते थे उनमें से 0.94% की स्क्रूटिनी होती थी | 2018 – 2019 में घटकर 0.26% पर आ गयी है | प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले 10 लाख तक का मामला भी अदालत में चला जाता था परन्तु वर्तमान समय में कोर्ट जाने वालों मामलों की सीमा क्रमशः 1 – 2 करोड़ की गयी है | अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि पॉलिसी का स्पष्ट होना, ईमानदारी पर भरोशा, सरकारी सिस्टम में टेक्नोलॉजी का प्रयोग, सरकारी मशीनरी का सही उपयोग एवं सम्मान इसका मकसद है | भारत में कुल 1.5 लोग ही टैक्स देते हैं जबकि आबादी 130 करोड़ है | ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में भारत आगे बढ़ रहा है इसलिए ही तो कोरोना काल में भी देश में रिकॉर्ड FDI आ रहा है | टैक्स पेयर चार्टर वर्तमान समय में अमेरिका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में लागू है| अब स्क्रूटिनी के मामलों को देश के किसी भी अधिकारी को आवंटित किया जायेगा और इसकी समीक्षा किसी राज्य की टीम करेगी |