Vaccine की कमी को लेकर सरकार पर बरसी प्रियंका, बोली- जिम्मेदार कौन?
विश्व का सबसे बड़ा उत्पादक देश आज वैक्सीन की कमी से जुझ रहा है. देश में जगह जगह वैक्सीन की भारी किल्लत देखी जा रही है. यही वजह है कि एक मई से 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को शुरू होने वाला टीकाकरण अभियान हफ्ते भर की देरी से शुरू हुआ. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने वैक्सीन की कमी को लेकर सरकार की नीतियों पर सवाल खड़े कर दिए है.
सरकार की तरफ से गाइडलाइन जारी कर 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को भी टीका लगाने से रोक दिया गया है, उसके बाद भी वैक्सीन की कमी देखने को को मिल रही है. गौरतलब है कि 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को अब 12 हफ़्तों के बाद टीका लगाने का निर्देश दिया गया है. शुरू में यह अवधि 4 से आठ हफ़्तों की थी.
देश में विपक्ष का चेहरा कही जाने वाली प्रियंका गांधी इन दिनों ट्विटर पर काफी एक्टिव और सरकार पर हमलावर हो रही है.अपने ट्वीट में एक विडियो जारी कर प्रियंका गांधी वाड्रा ने सरकार से सीधा सवाल पूछा है. प्रियंका गांधी ने ट्वीट के माध्यम से जारी विडियो में कहा कि वैक्सीन की भारी किल्लत के लिए जिम्मेदार कौन है ? उन्होंने अपने ट्विटर वॉल पर एक वीडियो शेयर किया और पूछा कि दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन उत्पादक देश भारत आज वैक्सीन की कमी से क्यों जूझ रहा है…. देश की जनता के सवालों का जवाब देना सरकार की ड्यूटी है.
प्रियंका गाँधी ने सरकार से सवाल किया कि अपने देश में कमी होने के बावजूद दुसरे देशों को वैक्सीन निर्यात क्यों किया गया. भारत सरकार ने वैक्सीन का पहला ऑर्डर जनवरी 2021 में क्यों देने का काम किया? जबकि दुनिया के दूसरे देशों ने 2020 के मध्य में ही ऑर्डर देने शुरू कर दिया था. हमारी सरकार ने क्यों जनवरी से मार्च 2021 के बीच 6 करोड़ वैक्सीन निर्यात करने का काम किया, जबकि उस वक्त तक अपने देश में सिर्फ 3.5 करोड़ लोगों को कोरोना वैक्सीन की डोज लगाई गई थी.
प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार के दरियादिली को प्रचार का साधन बता दिया. उन्होंने कहा की लोगों की जान से खेलते हुए सरकार ने वैक्सीन ने निर्यात से सिर्फ अपना प्रचार किया है.